पिछले कुछ सालों में देश के कई बड़े बैंकों से ठगी का मामला सामने आया है। देश के कई मशहूर बिजनेस मैन अब भगोड़े बन चुके हैं। मतलब साफ है कि इन भगोड़ों ने पहले बैंकों से काफी ज्यादा लोन लिया, जिसके बाद वे बिना लोन चुकाए ही विदेश भाग गए।
देश के भगोड़े आर्थिक अपराधियों की सूची में बैंको के 7500 करोड़ के कर्जदार शराब कारोबारी विजय माल्य टॉप पर हैं। इस भगोड़े ने तमाम बैंको से लोन लिया और विदेश भाग गया।
इसे विदेश भगाने में कथित तौर पर बीजेपी के दिवंगत नेता अरुण जेटली का नाम भी सामने आया था लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया। इसी बीच देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पिछले 7 सालों में बैंको से हुई ठगी को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। मोदी सरकार के 7 सालों में बैंकों से हुई 1.38 लाख करोड़ रुपये की ठगी! कांग्रेस ने उठाए सवाल
पिछले 7 वर्षों में हुई 1.38 करोड़ रुपय की ठगी
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा वार्षिक रिपोर्ट जारी करने के बाद मोदी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, रिजर्व बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट के महत्वपूर्ण हिस्से में शीर्ष बैंक ने बैंकिंग ठगी का आंकड़ा देते हुए कहा है कि पिछले सात वर्षों के दौरान बैंकों में 1.38 लाख करोड़ रुपए की ठगी हुई है।
गौरव वल्लभ ने कहा, बैंकिंग ठगी की घटनाओं में आई इस तेजी की वजह सरकार की उदासीनता है जिसके कारण ठगों के हौसले बढ़े और बैंकिंग व्यवस्था चौपट हुई है। सरकार बैंकों से की जा रही ठगी को रोकने में विफल रही है और उसने ठगी की रकम वापस लाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए है।
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार को निळाने पर लेते हुए कहा, सरकार को बताना चाहिए कि हमारी बैंकिंग व्यवस्था को कमजोर करने वाले इन ठगों से अब तक कितना पैसा वसूला गया है।
देश छोड़कर भागने के मामले में टॉप-3 पर है ये भगोड़े
बता दें, देश के कई बड़े बिजनेस मैन अभी तक देश के बैंको से लोन लेकर विदेश भाग चुके हैं। कुछ ने तो दूसरे देशों की नागरिकता भी ले रखी है। इन भगोड़े अपराधियों की सूची में विजय माल्या टॉप पर है। जिसने भारतीय बैंकों से 7500 करोड़ की चपत लगाई है। इसके बाद दूसरे नंबर पर मेहुल चोकसी का नाम आता है। पीएनबी घोटाले के आरोपी इस भगोड़े ने 7,080 करोड़ का लोन लिया और विदेश में शरण ले ली। इस मामले में तीसरे स्थान पर नीरव मोदी है। जिसने 6,498 करोड़ रुपये का लोन लिया और देश छोड़कर भाग गया। फिलहाल भारत सरकार प्रत्यार्पण की कोशिशों में लगी है।