देश में मौजूदा समय में महंगाई चरम पर है। कोरोना के कहर के बाद लोगों की आमदनी पहले की अपेक्षा काफी कम हो गई है। उसके बावजूद भी मोदी सरकार की ओर से जरुरत की लगभग सभी महत्वपूर्ण चीजों पर मनमाना टैक्स वसूला जा रहा है। देश में पेट्रोल की कीमत 110 के करीब तो डीजल लगभग 100 रुपये प्रति के हिसाब से बेचा जा रहा है।
रसोई गैस की कीमत में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। इसी बीच देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है।
1000 रुपये तक पहुंचा सिलिंडर
कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत, अलका लांबा और राधिका खेरा ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘आज जब पूरे देश में महंगाई से त्राहिमाम मचा हुआ है, भारतीयों का बजट बिगड़ चुका है, दो वक्त की रोज़ी-रोटी कमाना मुश्किल हो गया है लेकिन मोदी सरकार की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।‘
LIVE: Special Congress Party Briefing by Smt. @SupriyaShrinate, Ms. @LambaAlka, Ms. @Radhika_Khera & Ms. @AmritaDhawan1 at the AICC HQ.#भाजपाई_हैं_तो_महंगाई_है
— Congress (@INCIndia) August 18, 2021
उन्होंने कहा, ‘मंदी से जूझते इस देश पर फिर से महंगाई का प्रहार किया गया है, रसोई गैस का दाम 25 रुपये बढ़ाकर लगभग 860 रुपये कर दिया गया है। ये केवल दिल्ली शहर में बिक रहा है। बाकी जगहों पर सिलेंडर की कीमत 1000 तक पहुँच चुके हैं।‘
600 रुपये पर बिकना चाहिए था सिलिंडर
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘सरकार के दंभ, अहंकार और असंवेदनशीलता का इससे बड़ा परिचय और कुछ नहीं हो सकता था। सत्ता में 7 साल होने के बावजूद दोषारोपण होगा पहले की सरकारों पर, दोषारोपण होगा राज्य सरकारों पर और दोनों ही दोषारोपण मिथ्या, पाखंड हैं।‘
उन्होंने कहा, ‘दामों में यह वृद्धि वैश्विक वृद्धि का नतीजा नहीं है, क्योंकि अगर सऊदी अरब का दाम देखा जाए तो वहां पर दाम 611 डॉलर प्रति मीट्रिक टन है। रूपए और डॉलर, दोनों को मिलाकर देखा जाये तो सिलेंडर इस वक्त 600 रुपये पर बिकना चाहिए था।‘
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘सिलेंडर 600 रुपये पर न बिक कर लगभग 860 रुपये पर क्यों बिक रहा है? यह सवाल बार-बार पूछा जायेगा कि मुनाफाखोरी आम जनता का गला रेत कर, कमर तोड़ कर क्यों की जा रही है?’
सब्सिडी को लेकर बोला हमला
सब्सिडी को लेकर सुप्रिया ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘मैं पूरी जिम्मेदारी से कह रही हूं कि जब हमारी केंद्र में सरकार थी, तो हम 2014 तक 1.47 लाख करोड़ की सब्सिडी देते थे। उस सब्सिडी को घटाकर मात्र 12000 करोड़ रुपये कर दिया है।‘
उन्होंने कहा, ‘यह सर्वविदित है कि सरकार ने फ्यूल टैक्स से 4.53 लाख करोड़ रुपये कमाये हैं। इसके बाद भी रियायत देने के, बजाय राहत देने के, बजाय वसूली करने के आम जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है।‘
अलका लांबा ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा, मैं राजधानी दिल्ली की बात कर रही हूं, जहां महिलाएं लकड़ी जलाने के लिए चूल्हा खरीद रही हैं, घर में गैस सिलेंडर खाली पड़ा है। पता चला कि 25 रुपये कीमत और बढ़ गई है। रोजगार नहीं है, कमाई नहीं है।
उन्होंने कहा, यह खुशी की बात है कि केंद्र सरकार में 11 महिला मंत्री हैं। लेकिन वह 11 महिला मंत्री प्रधानमंत्री के पास जायें और उन पर दबाव बनायें कि देश की आधी आबादी, करोड़ों महिलाएं आपकी महंगाई की मार का बोझ नहीं सह पा रही हैं।
संसद खत्म होते ही बढ़ा दिए दाम
कांग्रेस नेता ने कहा, मुद्दों से भटकाने के लिए बेरोजगारी, महंगाई, पेट्रोल-डीज़ल और गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों से ध्यान भटकाया जा रहा है। अलीगढ़ आज हरिगढ़ हो गया और देखते ही देखते घरेलू गैस का सिलेंडर 1000 के पार हो गया। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत आपने 8 करोड़ फ्री कनेक्शन दिये और दूसरे फेज में 1 करोड़ देंगे। पता तो करिये कि इन 9 करोड़ खाली सिलेंडर को भरवाने के लिए कितनी गृहिणियां आगे आई हैं।
‘घर से बाहर निकल कर थाली पीटना शुरु कीजिए’
अलका लांबा ने कहा, 1 जुलाई को 25 रुपये घरेलू गैस के दाम बढ़े थे। 19 जुलाई से संसद सत्र शुरू हुआ तो सरकार को मालूम था कि राहुल गांधी साइकिल पर महंगाई का मुद्दा लेकर निकले हैं, तो सरकार की दाम बढ़ाने की हिम्मत नहीं हुई थी। संसद सत्र खत्म होते ही फिर से दाम बढ़ा दिए।
उन्होंने कहा, मैं उन सभी गृहिणियों से अपील करना चाहती हूँ कि घर से बाहर निकल कर अपनी थाली पीटना शुरू करिए। क्योंकि आपकी थाली बेरोजगारी और महंगाई में खाली है, तब तक पीटिए जब तक ये आवाज़ केंद्र सरकार और मोदी जी के कानों तक न पहुँच जाए।
‘महंगाई डायन से डार्लिंग हो गई है’
प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता अमृता धवन ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के किले तक यह आवाज पहुंचानी बहुत जरूरी है, जो दिल्ली और देश की गृहिणियां झेल रही हैं। विपक्ष में रहते हुए भाजपा के लिए महंगाई डायन थी, आज प्रधानमंत्री मोदी हैं, तो महंगाई डार्लिंग हो गई है।
उन्होंने कहा कि हर 15 दिन में लगातार सिलेंडर के दाम को बढ़ाना और जनवरी से लेकर अब तक सिलेंडर के 165 रुपये बढ़ चुके हैं। ये सरकार चाहती है कि इस देश के लोग भूखे-नंगे होकर भीख मांगने के लिए सड़कों पर आ जाएं। प्रधानमंत्री को कभी गृहिणियों का दर्द समझ नहीं आ सकता।
कांग्रेस नेता ने कहा, आज सिलेंडर का जो दाम लगभग 860 रुपये हो गया है, वो गरीब के साथ मध्यम वर्ग की पहुंच से भी बाहर हो गया है। लोगों से नौकरी छिन गई, परिवारों पर आर्थिक संकट आया है। ऐसे में लोगों को राहत देने के बजाय ये सरकार उनकी जेब में जो बचा है, वो भी छीन रही है।
महंगाई से बैर नहीं, अच्छे दिन की खैर नहीं
वहीं, कांग्रेस नेता राधिका खेरा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, महंगाई को लेकर मोदी जी का मूलमंत्र है- महंगाई से बैर नहीं, अच्छे दिन की खैर नहीं। हमारा निवेदन है कि देश की जनता पर तरस खाइए, महंगाई कम कीजिए।
उन्होंने कहा, 7 साल पहले मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी जी ने कहा था कि झोला लेकर आया हूँ, झोला लेकर जाऊंगा। अफसोस ये नहीं बताया कि, ‘जनता के झोले को खाली करके जाएंगे।‘
कांग्रेस नेता ने कहा, मोदी सरकार का चरित्र चित्रण 4 वाक्यों में किया जा सकता है-
दिन महंगे, बयान सस्ते
महंगाई का बोझ, हल्की सोच
महंगाई से लूट, मनमाना झूठ
महंगाई की आग, जिम्मेदारी से भाग