अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है। काफी लोग राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट में मंदिर निर्माण को लेकर अपना योगदान दे रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर राम मंदिर निर्माण के लिए एकत्रित किए जा रहे चंदे को लेकर बयानबाजियां भी जोर-शोर से हो रही है। पिछले दिनों राम महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत (Sachin Sa ने राम मंदिर के लिए जुटाए जा रहे चंदे में घोटाले की आशंका व्यक्त की थी। अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य़प्रदेश के झाबुआ से वर्तमान विधायक कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) ने राम मंदिर के चंदे को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेता राम मंदिर का चंदा लेकर शराब पी जाते हैं।
दो बार केंद्रीय मंत्री रह चुके कांग्रेस नेता का बयान
कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) ने मध्यप्रदेश के पेटलावद में एक प्रदर्शन के दौरान यह बात कही। वह दो बार केंद्रीय मंत्री, 5 बार सांसद और वर्तमान में झाबुआ से विधायक हैं। दरअसल, बीजेपी की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत लोगों से स्वैच्छिक तौर पर चंदा इकट्ठा किया जा रहा है।
जिस पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने यह बात कही। बीजेपी और कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने राम मंदिर निर्माण में अपना योगदान दिया है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने भी मंदिर निर्माण के लिए चंदा दिया है।
इससे पहले भी बीजेपी और आरएसएस ने वसूला था चंदा
बता दें, पिछले दिनों महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता ने भी बीजेपी पर कुछ ऐसे ही आरोप लगाए थे। सचिन सावंत (Sachin Sawant) ने कहा था कि राम मंदिर बनाने के नाम पर वसूले जा रहे चंदे का इस्तेमाल बीजेपी के कार्यकर्ता अपने अथवा अपनी पार्टी के लिए कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘राम मंदिर के नाम पर बीजेपी और आरएसएस ने पहले भी चंदा वसूला था, उसका क्या हुआ, यह किसी को पता नहीं है।’ कांग्रेस नेता ने इस मामले पर राज्य की ठाकरे सरकार से निगरानी रखने की मांग की थी।
गौरतलब है कि कई हिंदूवादी संगठनों ने कुछ सालों पहले एक दूसरे पर पैसा गबन करने का आरोप लगाया था। कुछ सालों पहले राम मंदिर निर्माण के लिए लड़ाई लड़ने वाले निर्माही अखाडा ने 1400 करोड़ रुपये डूबाने का आरोप विश्व हिंदू परिषद पर लगाया था। सन 2015 में अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने भी विश्व हिंदू परिषद की तरफ से 1400 करोड़ रुपये और कई क्विंटल सोने का गबन करने का आरोप भी लगाया था। ऐसे में इस बार भी चंदा एकत्रित करने को लेकर बयानबाजियां चल रही है।