देश की राजनीति में इन दिनों महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था, कानून व्यवस्था, गरीबी, किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों पर चर्चा तेज है। विपक्षी पार्टियां केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर ले रही है। लेकिन इन तमाम मुद्दों के बीच बीजेपी शासित कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बयान भी इन दिनों काफी चर्चा में है।
जिसे लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी शासित त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब (Biplab Kumar Deb) अपने अजीबोगरीब यानी हाइलेवल के बेतुके बयानों को लेकर हरदम चर्चा में रहते हैं। लेकिन अब उत्तराखंड के नए नवेले सीएम तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) के कुछ बयान भी इन दिनों ट्रेंड में है।
रिप्ड जिंस पर बवाल
त्रिवेंद सिंह रावत के इस्तीफे के बाद बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) को उत्तराखंड का सीएम बनाया। सीएम बनने के एक हफ्ते में ही अपने बयानों के कारण वह सुर्खियों में आ गए। पिछले दिनों उन्होंने महिलाओं की रिप्ड जिंस (Ripped Jeans) को लेकर बयान दिया था। जिसके बाद उनकी जमकर फजीहत हुई थी।
महिलाओं ने भी सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। हालात, ऐसे हुए कि उन्हें बाद में माफी भी मांगनी पड़ी। फिर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि भारत 200 सालों तक अमेरिका का गुलाम था। जिसे लेकर एक बार फिर से सीएम तीरथ सिंह रावत ट्रोल (Troll) हो रहे हैं। दरअसल, अंग्रेजों ने लगभग 200 सालों तक भारत को गुलाम बनाया था।
लॉकडाउन में राशन पर बयानबाजी
इसी बीच उन्होंने राशन दिए जाने को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया जिसकी जमकर आलोचना की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बानकी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम रावत ने बिना नाम लिए ही एक विशेष समुदाय पर टिप्पणी कर दी।
उन्होंने कहा कि ‘लॉकडाउन (Lockdown) में मिलने वाले राशन को लेकर भी लोगों में जलन हो रही थी। लोग कह रहे थे कि दो सदस्यों वालों को 10 किलो जबकि 20 सदस्यों वाले परिवार को एक क्विंटल राशन क्यों दिया गया?’
सीएम रावत ने कहा कि ‘अब इसमें किसकी गलती है। जलन करने की क्या जरूरत है। जब समय था तब आपने दो ही बच्चे पैदा किए 20 बच्चे पैदा क्यों नहीं किए।‘ उन्होंने कहा कि ज्यादा बच्चे पैदा किए होते ज्यादा फायदा मिलता।
पीएम मोदी को बताया भगवान
इतना ही नहीं इससे पहले तीरथ सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को भगवान का अवतार बता दिया था। हरिद्वार में नेत्र कुंभ के उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा था कि ‘त्रेता, द्वापर में जैसे राम, कृष्ण को पूजा जाता था। उसी तरह नरेंद्र मोदी को भी भविष्य में पूजा जाएगा। आने वाले समय में लोग नरेंद्र मोदी को भी उसी रूप में मानने लगेंगे। जैसे भगवान राम और कृष्ण ने समाज उत्थान के लिए काम किया था और हम उन्हें भगवान मानने लगे थे। उसी तरह नरेंद्र मोदी भी काम कर रहे हैं।‘
महाभारत काल में हुई थी इंटरनेट की खोज- बिप्लब देब
वहीं, अगर बीजेपी शासित त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब (Biplab Kumar Deb) की बात करें तो ऐसे बयानों में उनका कोई जोड़ ही नहीं है। सीएम बनने के बाद से ही वह अपने अजीबोगरीब बयानों के कारण सुर्खियों में रहते है। एक बार उन्होंने कहा था कि इंटरनेट की खोज महाभारत काल में हुई थी। महाभारत का युद्ध सैटेलाइट के जरिए लाइव देखा जा रहा था।
साथ ही युवाओं की नौकरी पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि युवा कई सालों तक राजनीतिक दलों के पीछे सरकारी नौकरी के लिए पड़े रहते हैं। लेकिन मेरा ये कहना है कि वे इतनी भागदौड़ छोड़ कर पान की दुकान खोल ले तो बैंक खाते में 5 लाख रुपये जमा होते। उनके बयान के मुताबिक इसका निष्कर्ष यहीं है कि देश के युवा पढ़ लिख कर सरकारी नौकरी के लिए प्रयास करने के बजाय पान की दुकान खोल कर बैठ जाएं।
बिप्लब देब के इस बयान पर भी जमकर सियासत हुई थी। बता दें, पिछले दिनों उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा था कि भारतीय जनता पार्टी आने वाले समय में पड़ोसी देश श्रीलंका और नेपाल में भी सरकार बनाएगी। जिसपर हमारे पड़ोसी देशों की ओर से आपत्ति भी जताई गई थी।