बीजेपी शासित कर्नाटक की सियासत में अंदरखाने कुछ ठीक नहीं है। सत्ताधारी पार्टी के तमाम नेता खुले तौर पर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के कामकाज पर सवाल उठा चुके हैं। पिछले दिनों येदियुरप्पा ने भी खुले तौर पर कह दिया था कि अगर पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व उनसे सीएम पद छोड़ने को कहेगी तो वह आसानी से इस्तीफा दे देंगे।
जिसके बाद बीजेपी के महासचिव और कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कह दिया था कि येदियुरप्पा कर्नाटक के सीएम बने रहेंगे। जिसे परेशानी है वह पार्टी के सामने शिकायत दर्ज कराए। इसी बीच सीएम येदियरप्पा ने भी स्पष्ट किया है कि प्रदेश बीजेपी में नेतृत्व के मुद्दे पर कोई भ्रम नहीं है और पार्टी एकजुट है।
‘एक या दो विधायक हो सकते हैं नाखुश’
बीते दिन मंगलवार को कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने यह बात कही। बीजेपी महासचिव और कर्नाटक के पार्टी मामलों के प्रभारी अरुण सिंह आज बुधवार से तीन दिवसीय कर्नाटक के दौरे पर है। उससे एक दिन पहले दिए गए सीएम के बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। मंगलवार के सीएम येदियुरप्पा ने कहा, पार्टी के एक या दो विधायक या नेता नाखुश हो सकते हैं और पार्टी उनसे बातचीत करेगी।
विधायकों और सांसदो के साथ करेंगे बैठक
सीएम ने कहा, ‘अरूण सिंह कर्नाटक के प्रभारी हैं और वह राज्य में आ रहे हैं एवं सभी विधायकों एवं सांसदों से बातचीत करेंगे। कहीं कोई भ्रम नहीं है और उन्होंने कहा है कि कोई भी उनसे मिल सकता है। वह विस्तार से जानकारियां जुटाएंगे। वह अगले दो-तीन रहेंगे। मैं भी उनके साथ रहूंगा और सभी जरूरी सहयोग दूंगा।‘
बीएस येदियुरप्पा ने मीडिया को संबोधित करते हुए आगे कहा, चाहे नेतृत्व परिवर्तन का मुद्दा हो या कोई अन्य मसला, पार्टी में कहीं कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने कहा, ‘कहीं कोई भ्रम नहीं है, हम सभी एकजुट हैं। एक या दो (विधायक या नेता) शायद नाखुश हों, हम उन्हें बुलायेंगे और उनके साथ बातचीत करेंगे।‘
बीजेपी महासचिव का यह दौरा काफी अहम
बता दें, कर्नाटक में जारी सियासी कलह के बीच बीजेपी महासचिव अरुण सिंह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। अपने तीन दिवसीय दौरे पर वह कर्नाटक बीजेपी के विधायकों, सांसदो और कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान पार्टी के नाराज विधायकों से भी बातचीत की जाएगी और मामले को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। दरअसल, कर्नाटक में बीजेपी का एक खेमा कथित तौर येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाने के लिए लगातार बयानबाजियां कर रहा है।