देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए साल 2021 अभी तक कुछ खास अच्छा नहीं रहा है। 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी असम में सरकार बनाने में सफल हो पाई। तो वहीं, पश्चिम बंगाल में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रुप में उभरी। लेकिन उसी बीच उत्तराखंड में 4 सालों से मुख्यमंत्री के रुप में काम करने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत को पद से हटा दिया गया और तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया।
मौजूदा समय में बीजेपी शासित यूपी में भी कथित तौर पर कुछ ऐसा ही चल रहा है। अंदेशा लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में बीजेपी में दो फाड़ देखने को मिल सकता है। इसी बीच बीजेपी शासित कर्नाटक में भी सियासत गरमा गई है। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि यदि पार्टी नेतृत्व कुर्सी छोड़ने को कहेगी तो वो इस्तीफा दे देंगे।
येदियुरप्पा को बदलने के लिए चल रही खींचतान!
दरअसल, कर्नाटक की सियासत में काफी लंबे समय से खींचतान जारी है। प्रदेश के कई नेता और मंत्री खुले तौर पर येदियुरप्पा सरकार की नीतियों के खिलाफ सवाल उठा चुके हैं। कुछ नेताओं ने तो उनसे इस्तीफा देने की मांग तक कर डाली है। इन दिनों कर्नाटक की सियासत में इस बात की अटकलें तेज हो गई है सीएम बीएस येदियुरप्पा को बदलने के लिए सत्तारुढ़ बीजेपी के भीतर खींचातानी चल रही है।
जब तक शीर्ष नेतृत्व को भरोसा, तब तक रहूंगा CM
खुद को सीएम पद से हटाए जाने की अटकलों पर बीएस येदियुरप्पा का कहना है कि, ‘जब तक दिल्ली में आलाकमान को मुझ पर यकीन है तब तक मैं मुख्यमंत्री रहूंगा। जिस दिन वे कहेंगे कि वे मुझे नहीं चाहते तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।‘
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं किसी की भी आलोचना नहीं करुंगा। मैं इससे सहमत नहीं हूं कि कोई विकल्प नहीं है। कर्नाटक में मेरी जगह लेने के लिए कोई नहीं है लेकिन जब तक आलाकमान का मुझ पर भरोसा है तब तक मैं मुख्यमंत्री रहूंगा।‘
राज्य सरकार के कामकामज, सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने और आलोचना करने वाले बीजेपी नेताओं को निशाने पर लेते हुए सीएम येदियुरप्पा ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस तरह के कृत्यों को समाप्त करने के लिए कदम उठायेगा।‘
बीजेपी शासित राज्यों में कर्नाटक में संक्रमण से सबसे ज्यादा मौतें
बता दें, जनवरी 2021 में कर्नाटक में कैबिनेट का विस्तार हुआ। जिसमें बीजेपी के विधायकों के इतर पार्टी में शामिल हुए कई नए नेताओं को मंत्री पद मिला। जिसके बाद से ही प्रदेश की सियासत में बवाल मचा हुआ है। बीजेपी के कई विधायक खुले तौर पर येदियुरप्पा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते दिख रहे हैं। कई विधायक इस मामले को लेकर दिल्ली हाई कमान तक पहुंच चुके हैं।
वहीं, दूसरी ओर कोरोना काल में प्रदेश सरकार की तैयारियों को लेकर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी शासित राज्यों में कोरोना संक्रमण के कारण होने वाली सबसे ज्यादा मौतें कर्नाटक में ही हुई है। कर्नाटक में अभी तक संक्रमण के कारण 31,580 लोगों की मौत हो गई है। संक्रमण से होने वाली मौत के मामले में पूरे देश में महाराष्ट्र (1,00,130) के बाद कर्नाटक दूसरे नंबर पर है।