दूसरी बार सत्ता में आए मोदी सरकार का पिछले दिनों पहला कैबिनेट विस्तार हुआ। जिसमें तमाम बड़े नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिली। दूसरी पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए कई नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया गया तो वहीं, बीजेपी ने अपनी सहयोगी पार्टी के नेताओं को भी मंत्रिमंडल में जगह दी।
मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस के पूर्व नेता (मौजूदा समय में बीजेपी नेता) ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी कैबिनेट में जगह मिली है। उन्हें अहम जिम्मेदारी देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसे लेकर कांग्रेस की ओर से लगातार जुबानी हमले किए जा रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस शासित छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को निशाने पर लिया है और उन्हें बिकाऊ करार दे दिया है।
दोनों ही बिकाऊ हैं…
सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को निशाने पर लेते हुए कहा, सरकार एयर इंडिया बेचने जा रही है और उस मंत्रालय की कमान ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों में दी गई है। एयर इंडिया का लोगो ‘महाराजा’ है। उन्होंने कहा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और एयर इंडिया दोनों ही बिकाऊ हैं। बघेल ने कहा कि एक की बोली लगने जा रही है और दूसरे को इसे बेचने की जिम्मेदारी दी गई है।
एयर इंडिया को बेचने की कोशिशों में लगी है सरकार
बताते चले कि मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल कर कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाई। खबरों की मानें तो उस चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जमीनी स्तर पर काफी बेहतर काम किया था। जिसकी बदौलत कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतने में कामयाब रही थी।
विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद हुए लोकसभा चुनाव 2019 में सिंधिया अपनी सीट नहीं बचा पाए थे और उन्हें हार झेलनी पड़ी थी। बताया जाता है कि उसके बाद वह पार्टी में साइडलाइन किए जाने से नाराज चल रहे थे। अंतत: साल 2020 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया।
जिसके बाद उनके समर्थक करीब 2 दर्जन विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। नतीजतन अल्पमत में आने के कारण कांग्रेस सरकार गिर गई। पिछले दिनों बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा सांसद बनाया और अब मोदी कैबिनेट में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सरकार एयर इंडिया को बेचने की कोशिशों में लगी है और सरकार ने सिंधिया को यहीं मंत्रालय दिया है जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है।