Chhatapur TI Arvind Kujur Case: छतरपुर पुलिस में अपनी सख्त छवि के लिए पहचाने जाने वाले 48 वर्षीय टीआई अरविंद कुजूर की संदिग्ध आत्महत्या ने सभी को चौंका दिया है। एक जांबाज पुलिस अधिकारी, जो अपराधियों को पकड़ने में माहिर था, खुद प्रेमजाल में उलझकर अपनी जान गंवा बैठा। पुलिस जांच में सामने आया है कि टीआई को 21 वर्षीय युवती आशी राजा ने अपने प्रेमी सोनू ठाकुर के साथ मिलकर ब्लैकमेल किया और इस हद तक मानसिक प्रताड़ना दी कि उन्होंने आत्महत्या कर ली।
प्रेमजाल में फंसे टीआई– Chhatapur TI Arvind Kujur Case
अरविंद कुजूर की सख्ती और उनकी हनक से अपराधी डरते थे, लेकिन निजी जीवन में वे एक ऐसे जाल में फंस गए, जिसने उनकी जिंदगी खत्म कर दी। पुलिस की जांच में पता चला है कि आशी राजा, जो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ी रही है, टीआई से करीबी बढ़ाकर उन्हें अपने जाल में फंसा चुकी थी।
आशी राजा ने न सिर्फ टीआई से शादी का वादा किया, बल्कि उनकी भावनाओं का फायदा उठाकर उनसे महंगे गिफ्ट भी लिए। इनमें डायमंड ज्वेलरी, महंगी गाड़ियां और अन्य कीमती सामान शामिल हैं। टीआई, जो आशी के प्यार में पूरी तरह से डूब चुके थे, उसके हर नखरे उठाने को तैयार थे।
ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या की वजह
जांच में सामने आया है कि आशी राजा ने टीआई अरविंद कुजूर के वीडियो बना लिए थे और इन्हीं वीडियो के सहारे उसने और उसके प्रेमी सोनू ठाकुर ने टीआई को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। दोनों ने टीआई से लगातार मोटी रकम और एक नई गाड़ी की मांग की।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब आशी ने टीआई को रेप केस में फंसाने की धमकी दी। ब्लैकमेलिंग से परेशान टीआई ने मानसिक तनाव में आकर यह दर्दनाक कदम उठा लिया। पुलिस को आत्महत्या से पहले कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन सबूतों और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद घटनाक्रम धीरे-धीरे स्पष्ट हो रहा है।
पुलिस जांच और आरोपी गिरफ्तार
छतरपुर एएसपी विदिता ने बताया कि पुलिस ने आशी राजा और उसके प्रेमी सोनू ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को एक दिन की पुलिस रिमांड में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों ने मिलकर टीआई को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया था।
कहां से आ रहे थे लाखों रुपये?
इस पूरे मामले में एक बड़ा सवाल यह भी है कि टीआई अरविंद कुजूर इतनी बड़ी रकम कहां से लाते थे? क्या इसके पीछे कोई और बड़ा रैकेट था, या फिर वे किसी गुप्त आय स्रोत से धन जुटा रहे थे? पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है। एएसपी विदिता ने कहा कि फिलहाल जांच आत्महत्या के कारणों पर केंद्रित है, लेकिन वित्तीय लेन-देन की भी बारीकी से पड़ताल की जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद आशी का बदला व्यवहार
गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने आशी राजा से सवाल किए, तो उसने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। पूछताछ के दौरान उसने अपना सिर पकड़ लिया और किसी भी सवाल का सीधा जवाब देने से बचती रही। पुलिस को उम्मीद है कि आगे की पूछताछ में वह कई अहम राज उगल सकती है।
इस मामले में छतरपुर सीएसपी अमन मिश्रा का कहना है, “आशी राजा और उसके साथी सोनू परमार समेत करीब 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हर एंगल से पूछताछ जारी है। जल्द ही मामले में बड़ा खुलासा किया जाएगा।”