उत्तराखंड अपने चार धाम यात्रा को लेकर मशहूर है। यहां लोग तीर्थ यात्रा के लिए मीलों की दूरी तय करके आते है। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था ही चार धाम यात्रा पर आधारित है। लेकिन देश में मचे कोरोना के कोहराम ने सूबे की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया। हालांकि इस साल चारधाम यात्रा तय समय पर शुरू की गई, जिसके कारण श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिला। लेकिन इस बीच वहां से मिल रही मौतों की खबरों का आंकड़ा बढ़ते जा रहा है।
दरअसल, इस साल चारधाम यात्रा की शुरूआत होने के बाद से ही भारी तादाद में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। अब तक कुल 9 लाख से ज्यादा श्रद्धालु ने केदारनाथ, बदरीनाथ धाम, यमुनोत्री और गंगोत्री पहुंचकर दर्शन किए। वहीं अब मौतों की खबरों ने सनसनी मचा दी है। इसके कारण कुछ स्वाभाविक है तो कुछ दूसरे कारण है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कुल 63 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। मौंत के ज्यादातर आंकड़े केदारनाथ यात्रा से दर्ज किए गए है।
मिली जानकारी के अनुसार, केदारनाथ यात्रा के तहत 63 में से 30 मौतें दर्ज की गई। यमुनोत्री में 19, बदरीनाथ में 12 और गंगोत्री में 4 श्रद्धालुओं की जान जा चुकी है। वहीं चारधाम यात्रा में हुई मौत का कारण दिल का दौरा पड़ने की वजह से बताया जा रहा है। वहीं प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि दिल का दौरा पड़ने से अधिकतर मौतें हुई है। हाल ही में मौसम के करवट बदलने से भारी बारिश और भूस्खलन के कारण चारधाम यात्रा को रोक दिया गया। आज मौसम साफ हुआ, जिसके बाद श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम के लिए रवाना किया गया। इसमें कुल 8 हजार श्रद्धालु शामिल है।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और भारी बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है। चारधाम यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहां एक तो कड़ाके की ठंड और दूसरी तरफ ऑक्सीजन कम, जिसके चलते यात्री दोहरी मार झेल रहे है, और यही वजह है कि यात्रियों की जानें भी जा रही है। हालांकि इस बीच मौसम के अचानक बदलने से दिल्ली में गर्मी से राहत मिली है।
बता दें कि इस भारी बारिश की वजह से केदारनाथ जाने वाले रास्ते में जाम लगने लगा है। जहां महज 5 किलोमीटर की दूरी तय करने में 10 मिनट लगता है, वहीं अब केवल इतनी ही दूरी का फासला तय करने में 2 से 3 घंटे लग जा रहे है। रास्ता सकरा होने की वजह से जाम हो रहा है। वहीं अब केदारनाथ धाम में सुरक्षा का जिम्मा उठा रही भारत तिब्बत सीमा पुलिस ने श्रद्धालुओं को अलर्ट किया है। इसके अलावा मौसम विभाग ने भी 24 मई को बारिश होने को लेकर अलर्ट जारी किया है।