26 जनवरी यानी रिपब्लिक डे हर भारतवासी के लिए बेहद खास होता है। यही वो दिन था जब देश का संविधान लागू हुआ। गणतंत्र दिवस को भारत में एक राष्ट्रीय त्योहार की तरह मनाया जाता है। इस दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है। रिपब्लिक डे पर होने वाली परेड का अपना अलग ही महत्व होता है। लोग हर साल रिपब्लिक डे पर होने वाली परेड का बेसब्री से इंतेजार करते है। हर बार ही परेड को खास और आर्कषक बनाने के लिए कुछ बदलाव होते हैं।
इस बार पहली बार ऐसा होगा जब कोरोना महामारी के साये के बीच रिपब्लिक डे मनाया जाएगा। कोरोना के चलते रिपब्लिक डे परेड पर भी काफी असर पड़ेगा। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसी चीजें परेड में नजर आएंगी। इसके अलावा इस बार परेड में पहली बार राफेल लड़ाकू विमान नजर आएंगे। इस बार की रिपब्लिक डे परेड में क्या खास होगा और क्या अलग…आइए इसके बारे में आपको बता देते हैं…
– राफेल लड़ाकू विमान की एंट्री पिछले साल यानी 2020 में ही भारत में हुई। राजभवन में होने वाली परेड में पहली बार राफेल लड़ाकू विमान नजर आएंगे।
– इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर महिला फाइटर पायलट भावना कांत इतिहास रचने जा रही हैं। भावना रिपब्लिक डे परेड में शामिल होने वाली पहली महिला फाइटर पायलट होगीं। वो भारतीय वायुसेना की ओर से निकाली जाने वाली झांकी का हिस्सा होंगी, जिसकी थीम इस बार मेक इन इंडिया है। इस दौरान भारतीय वायुसेना तेजस, लाइट कॉमबैट हेलिकॉप्टर, रोहिणी रडार, आकाश मिसाइल और सुखोई 30एमकेआई का प्रदर्शन करेगी।
– बांग्लादेश के 122 सैनिक भी इस बार की परेड का हिस्सा बनेंगी। ऐसी तीसरी बार होगा जब किसी दूसरे देश की सैन्य टुकड़ी राजपथ पर दिखाई देगी। पहले 2016 में फ्रांस, तो वहीं 2017 में UAE गणतंत्र दिवस मार्च में हिस्सा ले चुका है।
– बीते 5 दशकों से भी ज्यादा समय के बाद पहली बार ऐसा होगा जब रिपब्लिक डे परेड में कोई भी विदेश मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत नहीं करेगा। पहले ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन आने वाले थे। उन्होनें भारत का निमंत्रण भी स्वीकार कर लिया था। लेकिन इसके बाद अचानक ही ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला और वहां पर हालात बेकाबू होने शुरू हो गए। जिसके चलते जॉनसन ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया।
– कोरोना महामारी की वजह से परेड इस बार छोटी होगी। परेड की लंबाई केवल 3.3 किलोमीटर ही होगी। आमतौर पर ये 8.2 किलोमीटर होती है। कोरोना की वजह से परेड विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही होगी।
– परेड के हर दस्ते की चौड़ाई पर भी इस बार असर पड़ेगा। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के चलते इस बार दस्ते की चौड़ाई 12X8 ही होगी। आमतौर पर ये 12X12 होती है। इसमें 144 सैनिक हर बार होते है, लेकिन इस बार 96 ही होंगे। साथ ही परेड में मौजूद हर शख्त को मास्क पहनना होगा। परेड में खास कोविड बूथ भी बनाए जाएंगे, जिसमें डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे।
– हर साल गणतंत्र दिवस की परेड को देखने को लिए जहां एक लाख 15 हजार से भी अधिक लोग आते है, वहीं इस बार केवल 25 हजार लोगों को ही इजाजत मिली है।
– इसके अलावा एक बदलाव ये भी होगा कि इस बार परेड का हिस्सा बच्चे नहीं बनेंगे। 15 साल से कम उम्र के बच्चे परेड में शामिल नहीं होंगे।
– अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से जुड़े तमाम काम चल रहे हैं। वहीं इसी बीच रिपब्लिक डे परेड में भी ऐतिहासिक राम मंदिर की झलक देखने को मिलेगी। उत्तर प्रदेश की झांकी में राम मंदिर की प्रस्तुति दिखेगी। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में राम मंदिर पर ऐतिहासिक फैसला दिया था। जिसके बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन किया गया।
– पहली बार रिपब्लिक डे परेड में लद्दाख की झांकी भी शामिल होगी। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद अब लद्दाख की झांकी परेड में दिखेगी।
– पंजाब की झांकी भी इस बार परेड में काफी खास होगी। क्योंकि नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के सर्वोच्च बलिदान को समर्पित होगी।