पंजाब की सियासत वैसे ही विधानसभा चुनाव को लेकर पहले से गर्माई हुई थी। इस बीच बेअदबी की लगातार दो घटनाएं सामने आने के बाद राज्य की सियासत और तेज हो गई। शनिवार रात को पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सिखों के धार्मिक चिह्नों, ग्रन्थों की बेअदबी करने का मामला सामने आया। जिसको लेकर वहां मौजूद भीड़ ने उस शख्स की पीट पीटकर हत्या कर दी। मामला पूरी तरह से थमा भी नहीं कि इस बीच कपूरथला से भी ऐसी ही एक और घटना सामने आ गई। कपूरथला जिले में भी एक व्यक्ति पर बेअदबी करने का आरोप लगा और उसे भी भीड़ ने पीट पीटकर मार दिया।
इस दोनों ही घटनाओं के चलते पंजाब में तनाव का माहौल है। इस बीच खबर आई है कि पंजाब में कोई बड़ी साजिश रची जा रही है। इसको लेकर खुफिया एजेंसियां तो अलर्ट पर है ही। साथ ही साथ केंद्र की तरफ से राज्य सरकार को भी हाई अलर्ट किया है। केंद्र की तरफ से पंजाब सरकार को सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया। गृह मंत्रालय ने अलर्ट करते हुए कहा कि धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए पंजाब में देश विरोधी तत्व नापाक योजना बना रहे है। खबरों की मानें तो पंजाब में दंगा भड़काने और धार्मिक सद्भाव खराब करने के लिए किसी भी धार्मिक स्थल पर बेअदबी या फिर दूसरे घटना के जरिए माहौल बिगाड़ने की साजिश की जा सकती है। इसको लेकर ही केंद्र ने पंजाब पुलिस को धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने और नजर रखने के निर्देश जारी किए।
बताया ये भी जा रहा है कि मिले गए इनपुट के बाद पंजाब सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी। गुरुद्वारों के साथ मंदिरों में CCTV कैमरों लगाने और गांव स्तर पर सरपंचों को आगाह करना शुरू कर दिया गया है। सरकार की तरफ से ये निर्देश भी दिए गए है कि कोई शरारती तत्व अगर गांव या फिर धार्मिक स्थलों के आसपास दिखें, तो तुरंत ही इसके बारे में पुलिस को सूचना दें।
गौरतलब है कि रविवार को पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी ये कह चुके है कि घटना के पीछे कुछ विरोधी ताकतें हो सकती है, जो चुनाव से पहले राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। सीएम ने लोगों से शांति, सद्भाव, भाईचारा और धार्मिक सहिष्णुता के मूल्यों के प्रति भरोसा रखने की अपील की। साथ ही साथ संयम बरतने को भी कहा।