वायु सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। जो सीडीएस बिपिन रावत को ले जा रहा था। ताजा जानकारी के मुताबिक CDS बिपिन रावत नहीं रहे, भारतीय वायुसेना ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी। ट्वीट में लिखा गया कि गहरे अफसोस के साथ अब यह पता चला है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और उसमें सवार 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही एक और ट्वीट में कहा गया कि डीएसएससी में जीपी कैप्टन वरुण सिंह एससी, डायरेक्टिंग स्टाफ, चोटों के साथ वर्तमान में सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में उपचाराधीन है। इससे पहले वायु सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश होने की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को दी थी जिसके बाद पीएम मोदी की तरफ से इमर्जेंसी मीटिंग बुलाई गयी। दरअसल, तमिलनाडु में कन्नूर के जंगलों में हुआ ये कि बुधवार को सेना का विमान क्रैश हो गया। तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच ये हादसा हुआ। घने जंगलों में ये बड़ा हादसा हुआ जिसके बाद हेलिकॉप्टर में आग लगी। बताया जा रहा है कि इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी सवार थे। साथ में उनकी पत्नी मधुलिका थी और सेना ऑफिसर्स समेत कुल 14 सवार थे। अब तक 4 शव को बरामद कर लिया गया है जोकि बुरी तरह जले हुए पाए गए।
कौन कौन थे हेलिकॉप्टर में सवार
हेलिकॉप्टर में जो लोग सवार थे उनके नाम इस तरह से हैं- 1. जनरल बिपिन रावत, 2. मधुलिका रावत, 3. ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, 4. ले. क. हरजिंदर सिंह , 5. नायक गुरसेवक सिंह, 6. नायक. जितेंद्र कुमार, 7. लांस नायक विवेक कुमार 8. लांस नायक बी. साई तेजा, 9. हवलदार सतपाल ।
कब क्रैश हुआ विमान और क्या थी वजह
जानकारी के हिसाब से सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन जा रहा था हेलिकॉप्टर जो कि दोपहर 12:20 बजे क्रैश हुआ। जब वह लैंडिंग स्पॉट से करीब करीब 10 किलोमीटर ही दूर था। बरामद शव बुरी तरह से जले हुए थे तो उनकी पहचान की कोशिश की जा रही है। शुरुआती जानकारी तो यही रही कि कुन्नूर के आसपास मौसम खराब था जिसकी वजह से हादसा हुआ वैसे मेन वजह अब तक नहीं मिल पायी है।
सीडीएस बिपिन रावत कहां जा रहे थे ?
दरअसल, तमिलनाडु के वेलिंग्टन में एक कार्यक्रम था जिसमें सीडीएस बिपिन रावत शामिल होने गए थे। वहां पर उनको आर्मी कॉलेज में लेक्चर देना था। सुलूर से कुन्नूर पहुंचा ये हैलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जहां पर ये घटना हुई वो पूरा एरिया ही जंगल ता।
एक महीने के भीतर ये दूसरा हादसा है
एक महीने के भीतर ये देश में दूसरा हादसा है जब MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। 19 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश में पिछला चॉपर क्रैश हुआ तब चॉपर में 12 लोग सवार थे जो मारे गए थे। जहां तक रावत की बात करें तो बताया जा रहा है कि एक बार पहले भी जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसा हुआ। उनका चीता हेलिकॉप्टर नगालैंड के दीमापुर में 3 फरवरी 2015 को क्रैश हुआ और तब रावत लेफ्टिनेंट जनरल थे।
इससे पहले 7 दिसंबर को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने कोरोना के कहर को लेकर चेतावनी दी थी कि जैविक युद्ध में बदल सकती है यह महामारी। रावत ने कहा था कि ऐसी हालत में इसका मुकाबला सभी देशों को करने के लिए रेडी रहना रहना चाहिए।
कब कब किस पद पर रहा बिपिन रावत का कार्यकाल ?
रावत 31 दिसंबर 2016 से लेकर 31 दिसंबर 2019 तक देश के सेना प्रमुख रहे है और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद रावत को 1 जनवरी 2020 में दिया गया। रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS बने। सेना से जुड़े कई अवॉर्ड्स भी रावत को दिए जा चुके हैं।