पश्चिम बंगाल में चुनाव से ठीक पहले TMC नेता और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी मुश्किलों में घिर गए हैं। दरअसल, रविवार को सीबीआई की टीम अभिषेक बनर्जी के घर पहुंची। यहां पहुंचकर सीबीआई ने पूछताछ के लिए समन थमाया। दरअस, ये समन अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी के लिए था। CBI रूजिरा से कोयला तस्करी के जुड़े मामले को लेकर पूछताछ करना चाहती है।
खबरों की मानें तो सीबीआई की एक टीम बनर्जी के घर पहुंची थी और उनको पूछताछ के लिए समन दिया। इस समन के मुताबिक अभिषेक की पत्नी को पूछताछ के लिए 24 घंटों के अंदर पेश होना होगा।
इस मामले को लेकर शुक्रवार को CBI ने बंगाल में 4 जिलों की 13 जगहों पर छापेमारी की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये छापेमारी विनय मिश्रा, व्यवसायी अमित सिंह और नीरज सिंह के ठिकानों पर हुई थी। छापे के दौरान कोई भी घर पर मौजूद नहीं था। वहीं 11 जनवरी को ED ने हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, आसनसोल, दुर्गापुर, बर्धमान में छापेमारी की थी।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले CBI अभिषेक बनर्जी के कई करीबियों के खिलाफ छापेमारी कर रही है। 31 दिसंबर 2020 को एजेंसी ने तृणमूल यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी की थी। विनय मिश्रा, अभिषेक के करीबी माने जाते हैं। मिश्रा के खिलाफ CBI ने लुक आउट नोटिस भी जारी किया था।
बात अगर कोयला तस्करी मामले की करें तो इसमें ये आरोप लगे हैं कि आरोपियों ने अवैध रूप से खनन किए कोयले को पश्चिम बंगाल के पश्चिमी हिस्सों से चलाए गए रैकेट द्वारा कई सालों तक ब्लैक मार्केट में बेचा। इसकी जांच बीते साल सितंबर महीने में शुरू हुई। TMC इस मामले में CBI की जांच को रोकने लिए हाईकोर्ट तक पहुंच चुकी है। लेकिन कोर्ट ने TMC की याचिका को खारिज कर दिया था।
इस मामले को लेकर बीजेपी, TMC पर हमलावर रहती है। BJP ये आरोप लगाती है कि कोयला घोटाले में मिले ब्लैक मनी को TMC नेताओं ने शेल कंपनियों के जरिए व्हाइट मनी में बदला। जिसका सबसे अधिक फायदा अभिषेक बनर्जी को ही हुआ।
बता दें कि अभिषेक बनर्जी TMC की युवा विंग के अध्यक्ष हैं। उन्होंने विनय मिश्रा समेत 15 युवाओं को अपनी पार्टी में महासचिव बनाया था। विनय मिश्रा शुरूआत से ही कोयला घोटाले मामले में आरोपी हैं।