जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) एक बार फिर विवादों के घेरे में है। विश्वविद्यालय परिसर की दीवारों पर जातिवादी गालियां और सांप्रदायिक नारे लिखे पाए जाने का मामला सामने आया है। छात्र संगठन NSUI ने आरोप लगाया है कि शनिवार को दीवारों पर जातिवादी गालियां और सांप्रदायिक नारे लिखे पाए गए। NSUI की JNU इकाई के महासचिव कुणाल कुमार ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें साझा कीं और आरोप लगाया कि परिसर में कावेरी छात्रावास की दीवारों पर ‘दलित भारत छोड़ो’ और ‘ब्राह्मण बनिया जिंदाबाद’ और ‘आरएसएस जिंदाबाद’ जैसे नारे लिखे गए हैं। एनएसयूआई ने इस संबंध में कार्रवाई की मांग की है।
छात्र ने बताया कि सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर होने के बाद अधिकारियों ने दीवारों पर पैंट कर दिया। एनएसयूआई ने कहा है, “हम, जेएनयू के लोग, कावेरी छात्रावास में हाल ही में हुई घटनाओं से बहुत परेशान हैं, जहाँ बहुजन आबादी के खिलाफ जातिवादी गालियों के साथ ‘ब्राह्मण बनिया जिंदाबाद’ और ‘आरएसएस जिंदाबाद’ जैसे नारे लिखे गए थे। ये नारे हमारे विश्वविद्यालय समुदाय के भीतर आरएसएस और उसके समर्थकों की ब्राह्मणवादी और मनुवादी प्रकृति को स्पष्ट रूप से उजागर करते हैं।”
आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
छात्र संगठन ने एक बयान में कहा, ”ये नारे हमारे विश्वविद्यालय समुदाय के भीतर कुछ छात्र संगठनों की मनुवादी प्रकृति को स्पष्ट रूप से उजागर करते हैं,” और प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जेएनयू ने पिछले साल परिसर में ‘राष्ट्र-विरोधी’ नारे लिखे जाने की बार-बार होने वाली घटनाओं की जांच के लिए एक पैनल का गठन किया था।
JNU की दीवार पर लिखा गया- ‘दलितों भारत छोड़ो’, विरोध प्रदर्शन करते हुए छात्रों ने ‘मनुवाद हो बर्बाद, ब्राह्मणवाद हो बर्बाद और मनुवाद की छाती पर बिरसा, फूले, आंबेडकर’ के नारे लगाए…@BAPSA_JNU pic.twitter.com/1nnF5budbo
— The Mooknayak (@The_Mooknayak) July 21, 2024
स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज की दीवारों पर भी लिखा गया था
स्कूल ऑफ लैंग्वेज बिल्डिंग की दीवार पर राष्ट्रविरोधी बातें लिखे जाने की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल होने के बाद समिति का गठन किया गया था। हालांकि, जांच में कोई प्रगति नहीं हुई। जेएनयू अधिकारियों के अनुसार, पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन छात्र संगठनों ने हमेशा इसका विरोध किया है। इस वजह से भड़काऊ बातें लिखने के बाद आरोपी आसानी से भाग सकते हैं।
Jnu में लगे नारे चमार भारत छोड़ो दलितों भारत छोड़ो ब्राह्मण बनिया जिन्दाबाद इस बात के घोतक हैं कि ब्राह्मण विदेशी है और भारत के मूलनिवासी दलितों चमारो से बहुत नफरत करता है।
इन जातियों से आखिर इतनी नफरत क्यों? pic.twitter.com/rZ9rlUtClT— Nirdesh Singh (@didinirdeshsing) July 21, 2024
जेएनयू में दीवारों पर कायरों की तरह दलित विरोधी नारे लिखने वालो , ब्राह्मणवाद की मानसिकता से भरे जातिवादी आरएसएस के माफीविर के सुपुत्रों , जेएनयू में हमारे हक़ की लड़ाई तुम्हें कुचल कर होगी ! pic.twitter.com/IvgKO7tg1y
— Dhananjay (@SathiDhananjay) July 20, 2024
‘डीन ऑफ स्टूडेंटस’ की नहीं आई प्रतिक्रिया
इस मामले में ‘डीन ऑफ स्टूडेंट्स’ मनुराधा चौधरी की ओर से आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं कावेरी छात्रावास के वार्डन मनीष कुमार बरनवाल ने आरोपों पर प्रतिक्रिया देने से ही इनकार कर दिया है।