कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू… दोनों फिलहाल हैं तो एक ही पार्टी में, लेकिन साथ ही एक-दूसरे के बड़े विरोधी भी लगते हैं। लंबे वक्त से अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच में तकरार चलती हुई आ रही है, जो किसी से छिपी नहीं। सिद्धू अक्सर ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के कामकाज पर सवाल उठाते नजर आ जाते थे। वो कई मुद्दों को लेकर अमरिंदर सिंह को घेरते नजर आते थे।
अमरिंदर सिंह ने दिया इस्तीफा
दोनों के बीच का ये विवाद का यही नतीजा रहा कि आखिरकार कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। बीते दिन पंजाब में बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिली। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से रिजाइन कर दिया। उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा कि कुछ दिनों से वो अपमानित महसूस कर रहे थे।
पंजाब में कुछ ही महीनों के बाद चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को अब चुनाव से ठीक कुछ समय पहले एक नया मुख्यमंत्री चुनना होगा, जो चुनौतियों भरा फैसला होगा।
हालांकि इस बीच चर्चाएं ये भी हो रही हैं कि आखिर सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच विवाद क्या है और ये कैसे शुरू हुआ? क्यों एक ही पार्टी का हिस्सा होने के बाद भी दोनों एक दूसरे के विरोधी लगते हैं? आइए आज इस पर विस्तार से जानते हैं…
जब कांग्रेस में आए सिद्धू
2004 में नवजोत सिंह सिद्धू ने राजनीति की इस दुनिया में कदम रखा था। पहले वो बीजेपी से जुड़े। 2017 में सिद्धू कांग्रेस में आए। उनको पार्टी में लाने के लिए अमरिंदर सिंह ने एक बड़ी भूमिका निभाई और उन्हें पंजाब सरकार में मंत्री भी बनाया। लेकिन कुछ समय के बाद इन दोनों नेताओं के बीच खटपट शुरू हो गई।
पाकिस्तान जाने पर हुआ था विवाद
बात साल 2018 की है, जब पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनी। उन्होंने सिद्धू को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रण भेजा। कैप्टन ने तब सिद्धू को पाकिस्तान जाने से मना किया था, लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी। तब सिद्धू पाकिस्तान तो गए ही थे। साथ ही पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा को गले भी लगाया। इस पूरे मामले पर काफी विवाद हुआ था। यहीं से दोनों के बीच की तकरार बढ़ी थीं। कैप्टन ने इस्तीफा देने के बाद ये भी कहा कि इमरान और बाजवा के साथ सिद्धू की दोस्ती, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
पत्नी को नहीं दिया गया टिकट
इसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान भी विवाद हुआ। जब सिद्धू की पत्नी टिकट चाहती थीं, लेकिन उन्हें दी नहीं। जिस पर सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कहा कि उन्हें अमरिंदर सिंह की वजह से टिकट नहीं दिया गया। बाद में सिद्धू ने भी कहा था कि उनकी पत्नी कभी झूठ नहीं बोलेंगी।
जब नाराज हो गए थे सिद्धू और…
फिर जून 2019 में अमरिंदर सरकार की कैबिनेट में फेरबदल किया गया। . सिद्धू से स्थानीय निकाय विभाग लेकर, उनको बिजली विभाग सौंपा गया। जिसके बाद इससे सिद्धू इतना नाराज हुए कि उन्होंने जुलाई में पंजाब सरकार की कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा ही दे दिया।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद और हमलावर हो गए सिद्धू
कुछ समय से कैप्टन अमरिंदर और सिद्धू के बीच का विवाद इतना बढ़ गया कि कांग्रेस हाईकमान को इसे सुलझाने के लिए बीच में आना पड़ा। फिर जुलाई 2021 में सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद भी दोनों के बीच की तकरार नहीं थमी और सिद्धू लगातार कैप्टन अमरिंदर पर हमलावर रहे। सिद्धू के अध्यक्ष बनने के बाद ही 40 विधायकों ने अमरिंदर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसका नतीजा यही रहा कि शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
अब पंजाब में आगे क्या होगा? कांग्रेस किसके हाथों में सीएम पद की कमान सौंपेगी? और कैप्टन अमरिंदर सिंह इस्तीफा देने के बाद आगे क्या करेंगे? साथ ही साथ इन सबसे पंजाब के आने वाले चुनाव पर क्या असर होगा? ये देखने वाली बात होगी।