उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेताओं में से एक कल्याण सिंह बीते दिन दुनिया से रुख़सत कर गए। उनके श्रद्धांजलि समारोह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी के कई बड़े नेता दिख रहे हैं।
तस्वीर में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर तिरंगे से लिपटा हुआ है लेकिन उस तिरंगे के ऊपर बीजेपी का झंडा रखा गया है। बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल समेत कई बड़े नेताओं की ओर से इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर की गई है।
इस मसले पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है। तिरंगे के ऊपर बीजेपी के झंडे को लेकर बवाल मचा हुआ है। लोग राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर पार्टी विशेष का झंडा रखे जाने को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
विपक्षी पार्टियों ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आंखो के सामने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कल्याण सिंह के शव से लिपटे तिरंगे के ऊपर बीजेपी का झंडा रखा लेकिन किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई। सोशल मीडिया पर यूजर्स इसे तिरंगे का अपमान बता रहे है।
विपक्षी पार्टियों की ओर से भी इस मसले पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी जा रही है। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा कि क्या न्यू इंडिया में भारतीय ध्वज पर पार्टी का झंडा लगाना ठीक है?
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने कहा, देश से ऊपर पार्टी, तिरंगे से ऊपर झंडा। हमेशा की तरह भाजपा…कोई पछतावा नहीं, कोई पश्चाताप नहीं, कोई दु:ख नहीं। वहीं, टीएमसी की ओर से कहा गया कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना क्या मातृभूमि का सम्मान करने का नया तरीका है?
जानें क्या है नियम?
बताते चले कि भारतीय झंडा संहिता 2002 को तीन भागों में बांटा गया है। जिसमें स्पष्ट रुप से कहा गया है कि किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या ऊपर नहीं लगाया जाएगा। किसी अन्य झंडे का राष्ट्रीय ध्वज के बराबर नहीं रखा जाएगा और न ही कोई दूसरी वस्तु उस ध्वज दंड के ऊपर रखी जाएगी जिस पर झंडा फहराया जाएगा। झंडा संहिता के मुताबिक तिरंगे के ऊपर किसी भी ध्वज का रखा जाना किसी भी हिसाब से ठीक नहीं है। ऐसे में विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं।