गाज़ियाबाद का नाम बदलने के लिये चला अभियान, जानिए क्या है लोगों की माँग

Campaign launched to change the name of Ghaziabad
Source- Google

उत्तर प्रदेश में कई जगहों और शहरों के नाम बदले जा चुके हैं और अब दिल्ली से सटे गाजियाबाद के नाम बदलने की भी चर्चा जोरो पर है. दरअसल, 2018 में इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया गया और फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या किया गया. इसी के साथ अब गाजियाबाद  का नाम बदलने की भी चर्चा शुरू हो गयी है जिसको लेकर प्रदेश में अभियान चलाया गया.

Also Read- वाइब्रेंट गुजरात समिट से पहले पीएम मोदी और UAE के राष्ट्रपति करेंगे रोड शो. 

कई सालों से उठ रही है नाम बदलने की मांग 

जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें जिले का नाम बदलकर गजनगर या हरनंदी नगर रखने पर विचार चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कई सालों से हिंदू संगठनों की ओर से गाजियाबाद जिले के नाम बदलने की मांग की जा रही है और इसको लेकर अभी तक कई सारे अभियान चलाये जा चुके हैं. वहीं इस अभियान के तहत मांग है कि गाजियाबाद नाम गजप्रस्थ किया जाए.

वहीं गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में पहली बार इस मुद्दे पर चर्चा होने वाली है. वहीं गाजियाबाद के लिए दो नए नाम गजनगर और हरनंदी नगर सुझाए गए हैं. भाजपा पार्षद संजय सिंह ने मीटिंग में इस प्रस्ताव को पेश किया था. इसे लेकर गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल का कहना है कि कई लोगों ने जिले के नाम बदलने की अपील की है. पहली बार इस प्रस्ताव पर मंगलवार को विस्तार से चर्चा होगी.

वहीं वार्ड नंबर 100 के पार्षद संजय सिंह ने बोर्ड मीटिंग में प्रस्ताव पेश करने के बाद कहा कि नगर निगम में बीजेपी के पास बहुमत है. बोर्ड ने मेरे प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. अब इस मुद्दे पर मंगलवार को विस्तार से चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि शहर के नाम बदलने का अब सही समय आ गया है.

सीएम ने दिया आश्वासन

इससे पहले साल 2022 में दूधेश्वर नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी महंत नारायण गिरि ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी और गाजियाबाद के नाम बदलने को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा था. इसे लेकर महंत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि वह हमारी मांगों पर गौर करेंगे.

1740 में हुई थी गाजियाबाद की स्थापना

आपको बता दें, गाजियाबाद की स्थापना सन 1740 में मुगल बादशाह ‘मुहम्मद शाह’ के वजीर ‘गाजी-उद-दीन’ ने कोलकाता से पेशावर तक जाने वाली ग्रैंड ट्रंक रोड पर की थी. ये वही ग्रैंड ट्रंक रोड है, जिसे ‘शेरशाह सूरी’ ने बनवाया था.  हालांकि, गाजियाबाद का नाम तब गाजी-उद-दीन नगर रखा गया, जिसे कालांतर में ‘गाजीउद्दीननगर’ और बाद में इसे छोटा कर ‘गाजियाबाद’ कर दिया गया. जिसे अब बदलने की मांग उठ रही है. इससे पहले साल 2018, 2021 के बाद कई बार गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग की गयी है.

Also Read- PM मोदी पर विवादित टिप्पणी कर फंसा मालदीव, सोशल मीडिया पर शुरू हुई बहिष्कार की मुहिम . 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here