देश में कोरोना के नए मामलों में पिछले दिनों काफी इजाफा देखने को मिला था। अब संक्रमण के नए मामलों में पहले की अपेक्षा थोड़ी कमी जरुर आई है लेकिन संक्रमण से होने वाली मौत के आंकड़े अभी भी ज्यों के त्यो बने हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में एक्टिव मामलों की संख्या 30,27,925 पहुंच गई है और अभी तक संक्रमण के कारण 2 लाख 91 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा खतरनाक है।
लेकिन कोरोना के इस भीषण कहर के बीच एक और वायरस पैर पसार रहा है। जिसका नाम है ब्लैकफंगस। देश में बीते बुधवार को ब्लैकफंगस एक दिन में 5500 नए मामले सामने आए और उनमें से 126 लोगों की मौत हो गई। कई राज्यों को एंटीफंगल दवा की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौतें
महाराष्ट्र में ब्लैकफंगस के सबसे ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि ‘राज्य को दवा की 1.50 लाख शीशियों की जरूरत है लेकिन केंद्र से केवल 16,000 शीशियां मिली हैं।‘ महाराष्ट्र सरकार ने दवा आयात करने के लिए एक वैश्विक निविदा जारी की है। राज्य में अभी तक ब्लैकफंगस के कारण 90 लोगों की मौत हो गई है।
इस मामले में हरियाणा दूसरे नंबर पर है। हरियाणा में ब्लैकफंगस के इंफेक्शन से अभी तक 14 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश में 8 और झारखंड में 4 लोगों की मौत हुई है। छतीसगढ़, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में 2-2 मौतें हुई है। जबकि बिहार, ओडिशा, असम और गोवा में इंफेक्शन के कारण 1-1 लोगों की मौत हुई है। वहीं, कई राज्यों में अभी तक इस मामले का डेटा एकत्र नहीं किया गया है।
खबरों के मुताबिक देश के कई राज्यों में liposomal amphotericin B, एंटी फंगल दवा खत्म हो गई है। देश के 10 राज्य दिल्ली, तेलंगाना, ओडिशा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, केरल और गुजरात का कहना है कि उनके पास या तो दवा खत्म हो गई है या स्टॉक तेजी से घट रहे हैं।
राज्य ब्लैकफंगस को घोषित करें महामारी
बता दें, राजस्थान और गुजरात ने इस खतरनाक बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक समेत कई राज्यों ने इसे महामारी रोग अधिनियम के तहत एक सूचित रोग घोषित कर दिया है। जिसके बाद अब बीमारी के हर मामलों के बारे में राज्य सरकार को रिपोर्ट करना अनिवार्य हो गया है।
कोरोना के आंकड़ों में आई कमी के बाद अब ब्लैकफंगस के मामले डराने वाले हैं। केंद्र सरकार ने देश के अन्य राज्यों से इसे महामारी घोषित करने का आग्रह किया है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय क संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि यह फंगल इन्फेक्शन कोविड 19 मरीजों को लंबे समय तक बीमारी और मौतों की वजह बन रहा है।