केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के बॉर्डरों पर किसान लगभग 4 महीनें से इस कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से लगातार इसे रद्द करने की मांग भी कर रहे हैं। किसानों ने सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाने की मांग की है।
अभी तक 250 से ज्यादा किसानों के मौत की खबरें सामने आई है। संयुक्त किसान मोर्चा इस आंदोलन की अगुवाई कर रहा है। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने कृषि कानूनों को विरोध करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।
‘विश्वास के लायक नहीं है बीजेपी’
बीते दिन बुधवार को गाजियाबाद में किसान यूनियन (BKU) की मासिक बैठक को संबोधित करते हुए नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने कहा कि सरकार और भारतीय जनता पार्टी (BJP) विश्वास के लायक नहीं है। भारतीय किसान यूनियन की ओर से जारी प्रेस रीलीज के मुताबिक उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लंबे समय तक चलेगा, इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
BKU अध्यक्ष ने कहा, भाजपा और सरकार भरोसे के लायक नहीं है। नरेश टिकैत ने मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा किसान आंदोलन का समर्थन किए जाने पर बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘सत्यपाल मलिक जैसे और लोग आगे आएंगे। किसान उनकी सच्चाई का सम्मान करते हैं। बीजेपी सांसद अब घुटन महसूस कर रहे हैं।‘
किसानों के समर्थन में हैं सत्यपाल मलिक
दरअसल, मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) लगातार किसान आंदोलन का समर्थन करते आ रहे हैं। पिछले रविवार को भी एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने आंदोलन के समर्थन की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि ‘कुतिया भी मर जाती है तो उसके लिए हमारे नेताओं का शोक संदेश आता है लेकिन 250 किसान मर गए, कोई बोला तक नहीं। मेरी आत्मा को दर्द देता है।‘ उन्होंने कहा कि यह ऐसा मामला नहीं है, जो हल ना हो सके। बहुत दूरी नहीं है, मामला निपट सकता है।
26 मार्च को सम्पूर्ण भारत बंद
बता दें, किसान आंदोलन को तेज करने को लेकर किसान संगठनों की ओर से पूरा प्रयास किया जा रहा है। किसान संगठनों की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन के 4 महीनें पूरे होने पर 26 मार्च को संपूर्ण भारत बंद का ऐलान किया है।
बताया जा रहा है कि राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान के दौरान भी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान 12 घंटे तक बंद रहेंगे। बंद सुबह छह बजे शुरू होगा और शाम छह बजे तक चलेगा और इस दौरान सभी दुकानें, डेयरी और सब कुछ बंद रहेगा। वहीं, 28 मार्च को केंद्र सरकार द्वारा लाए गए 3 नए कृषि कानूनों की प्रतियों का होलिका दहन किया जाएगा।