पश्चिम बंगाल में
सत्ता हासिल करने की जंग दिन पर दिन तेज होती जा रही हैं। इस चुनावी दंगल में दो
ही पार्टियां हैं, जिनके बीच में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। बीजेपी इस बार
राज्य से ममता बनर्जी की नींव हिलाने की पूरी कोशिशों में जुटी हैं। पश्चिम बंगाल
में 27 मार्च से शुरू होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर
जारी हैं। वहीं बंगाल चुनाव के लिए बीजेपी और TMC ने वादों की झड़ी भी
लगाई। दोनों पार्टियों ने अपने-अपने घोषणापत्र में कई वादे कर बंगाल की जनता को लुभाने
की कोशिश की हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं
बीजेपी और TMC के द्वारा घोषणापत्र में किए बड़े वादे क्या क्या
हैं…
रविवार को बीजेपी का
घोषणापत्र जारी हुआ, जबकि TMC
अपने मेनिफेस्टो को पहले ही जारी कर चुकी हैं।
दोनों पार्टियों ने ही अपने घोषणापत्र के जरिए किसानों से लेकर महिलाओं तक हर वर्ग
को साधने की कोशिश कीं।
किसानों के लिए बीजेपी, TMC के बड़े ऐलान
ममता
बनर्जी ने छोटे किसानों को 10 हजार रुपये प्रति एकड़ सालाना देने वादा किया। वहीं
बीजेपी ने भी अपने संकल्प पत्र के जरिए किसानों का वोट अपनी तरफ करने की कोशिश में
कुछ वादे किए। बीजेपी ने बंगाल में भी किसान सम्मान निधि योजना का लाभ देने की बात
कही। इसके अलावा 75 लाख किसानों को जो 3 सालों से 18 हजार रुपये TMC ने नहीं पहुंचाई, वो पैसा भी सीधा बैंक
अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा। साथ में बीजेपी ने कृषक सुरक्षा योजना के तहत हर
भूमिहीन किसान को हर साल 4000 रुपये की मदद करने का ऐलान किया।
महिला वोटर्स को यूं लुभाने
अपने
अपने घोषणापत्र के जरिए बीजेपी और TMC ने महिलाओं को भी साधने की कोशिश कीं।
जहां TMC ने
अपने मेनिफेक्टो में विधवा महिलाओं को हर महीने 1 हजार देने का वादा किया। वहीं ब
जेपी ने महिलाओं को सभी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐलान किया। साथ
में बीजेपी ने एक और वादा महिलाओं को लेकर ये भी किया कि अगर उनकी सरकार बंगाल में
सत्ता में आती है, तो महिलाओं के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट में निशुल्क यात्रा की
व्यवस्था की जाएगी।
जातिगत समीकरण को साधने की कोशिश
साथ
में दोनों पार्टियों ने जातिगत समीकरण को भी साधने की कोशिश की। OBC, दलित और आदिवासी परिवारों को TMC ने 12 हजार रुपये सालाना देने का ऐलान
किया। साथ में ममता बनर्जी ने महिष्य, तामुल, तेली और साहा जातियों को OBC का दर्जा देने के लिए टास्क फोर्स का
गठन करने की बात कही। वहीं बीजेपी भी इस मामले में पीछे नहीं रहीं। इन जातियों को
लुभाने के लिए बीजेपी ने भी कई वादे किए। पार्टी ने OBC आरक्षण की सूची में महिस्य, तेली और अन्य हिन्दू समुदाय जो रह गए
हैं, उनको समाविष्ट करने का काम करने का
ऐलान किया।
आम जनता के लिए बड़े ऐलान
आम
जनता को साधने की कोशिश बीजेपी और TMC ने कीं। TMC के द्वारा वादा किया गया कि इस बार भी अगर पार्टी
सत्ता में आती है तो सामान्य वर्ग के परिवारों को 6 हजार रुपये सालाना देगी। इस
योजना से एक करोड़ 60 लाख लोगों को फायदा मिलेगा। वहीं बीजेपी ने ऐलान किया कि बंगाल
में सभी कर्मचारियों को सातवां वेतन आयोग के तहत सैलरी दी जाएगी। इसके अलावा
बीजेपी ने बंगाल को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए एंटी करप्शन हेल्प लाइन की
शुरुआत करने की भी बात कहीं। इससे जनता की शिकायत सीधे सीएम तक पहुंचेगीं।
वहीं
बीजेपी ने CAA को
पहली कैबिनेट में लागू करने का ऐलान किया। साथ में मुख्यमंत्री शरणार्थी योजना के
तहत हर शरणार्थी परिवार को पांच साल तक डीबीटी से 10 हजार रुपये हर साल देने का भी
वादा किया।
इसके अलावा TMC का एक
और जो सबसे बड़ा वादा है वो ये कि पार्टी ने घर घर राशन पहुंचाने की बात कहीं।
वहीं चुनाव की घोषणा से पहले ही TMC के
द्वारा बंगाल में कोलकाता समेत कई जगहों पर मां रसोई शुरू की। यहां पर गरीब लोगों
को 5 रुपये में भरपेट खाना दिया जा रहा है। घर घर राशन पहुंचाने का वादा TMC के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।