अगले साल की शुरुआत में ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां भी अपनी तैयारियों में लग गई है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो चुका है। हालांकि, अगले चुनाव में बीजेपी का सीएम फेस कौन होगा, इस पर अभी तक सस्पेंस बरकरार है।
जहां तक मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात है तो कथित तौर पर बीजेपी के अंदरखाने इसे लेकर स्थिति कुछ ठीक नहीं है। इसी बीच यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने राज्य की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है।
‘हार के करीब हैं तो अनर्गल प्रलाप कर रहे’
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, महज एक परिवार तक सीमित हो चुकी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को लोकतांत्रिक मूल्यों की दुहाई देना शोभा नहीं देता। सिंह ने एक बयान में कहा कि समाजवादी पार्टी में जहां परिवार ही पार्टी और सरकार रहा हो, उसके प्रमुख अखिलेश यादव का लोकतांत्रिक मूल्यों की दुहाई देना शोभा नहीं देता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना काल में अपने घरों में बैठकर सोशल मीडिया पर झूठ और भ्रम फैला कर प्रदेशवासियों को डराने वाले लोग आपदा के समय जनता से दूर रहे। अब जब वे पंचायत चुनावों में भी करारी हार के करीब हैं तो अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।
बीजेपी नेता ने कहा, सपा की कार्य संस्कृति अराजकता, राजनीतिक अपराधीकरण और भ्रष्टाचार की रही है। उसके राजनीतिक मूल्यों में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण समाहित है।
वर्क फ्रॉम होम में व्यस्त हैं अखिलेश
स्वतंत्र देव सिंह ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जब कोरोना की विभीषिका थी तब बीजेपी कार्यकर्ता जमीन पर आम लोगों की मदद के लिए अपने तन-मन-धन से जुटे थे। तब समाजवादी कार्यकर्ता या उनकी पार्टी के नेता अपने घरों में थे। हमारी सेवा की संस्कृति का ही परिणाम है कि विपक्षी धड़े में सामाजिक दबाव के कारण भगदड़ मची है।
उन्होंने आगे कहा, अखिलेश यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में हार स्वीकार कर ली है और जवाबदेही से बचने के लिए अपने जिलाध्यक्षों पर हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी 2014 से चुनाव दर चुनाव लगातार हार का सामना कर रही है। इसके बावजूद अखिलेश अभी ‘वर्क फ्रॉम होम’ में ही व्यस्त हैं।