पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल की और प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रही। 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने 213 सीटों पर जीत हासिल की।
वहीं, बीजेपी को मात्र 77 सीटों पर जीत हालिस हुई। चुनाव परिणाम के बाद पश्चिम बंगाल में जबरदस्त हिंसा देखने को मिली थी। हिंसा को लेकर टीएमसी ने बीजेपी पर तो वहीं बीजेपी ने टीएमसी पर आरोप मढ़े थे।
इसी बीच भारतीय जनता पार्टी बंगाल के अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया है कि पिछले 5 सालों में पश्चिम बंगाल में 166 बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया है और विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश में 37 पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। पश्चिम बंगाल: ‘पिछले 5 सालों में 166 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या, चुनाव के बाद 37…’जानें सबकुछ
‘खून से लथपथ बंगाल…’
दरअसल, बीजेपी उत्तर प्रदेश इकाई ने बीते दिन मंगलवार को अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की। जिसमें पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद के माहौल को लेकर चर्चा हुई। खबरों के मुताबिक दिलीप घोष ने खून से लथपथ बंगाल के परिदृश्य विषय पर चर्चा की। जिसमें यूपी बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल शामिल हुए।
कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए हैं 30 हजार से ज्यादा फर्जी मुकदमें
दिलीप घोष ने उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश से आप सभी ने विधानसभा चुनाव में पहुंचकर जो परिश्रम किया उसका परिणाम है कि बीजेपी ने बंगाल में 77 विधानसभा सीटें जीती हैं।
उन्होंने कहा कि बंगाल की पहचान क्रांतिकारियों, आध्यात्मिक संतो, समाज सुधारकों, रवींद्र संगीत, हरि संकीर्तन गंगासागर से कालीघाट तक विस्तृत साधना की भूमि और मिष्ठान की भूमि के रूप में है, परंतु दुर्भाग्य से आज बंगाल खून से लथपथ है, बंगबंधु की पीड़ा है और चारों ओर हाहाकार है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, बंगाल में जब बीजेपी कार्यकर्ता पार्टी के काम से घर से निकलता है तो उसे नहीं पता होता है कि वो रात को घर पहुंचेगा भी या नहीं। घोष ने ये भी दावा किया कि पिछले पांच सालों में 166 बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया है, विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद 37 पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई, पांच सालों में 30,000 से अधिक फर्जी मुकदमे हमारे कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए।
टीएमसी ने इस चुनाव में तोड़ दिया था अपना ही रिकार्ड
बता दें, पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच आये दिन झड़प की खबरें सामने आती रहती है। जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर सवाल भी उठाए जाते हैं। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में बीजेपी ने 200 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने का दावा किया था।
चुनाव से पहले टीएमसी के कई बड़े नेता बीजेपी में शामिल हो गए थे। बंगाल चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने एड़ी चोटी की जोड़ लगा दी थी। लेकिन बंगाल की जनता लगातार तीसरी बार ममता बनर्जी पर ही भरोसा जताया। ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने बंगाल चुनाव 2016 में 211 सीटों पर मिली जीत के रिकार्ड को तोड़ते हुए इस चुनाव में 213 सीटों पर जबरदस्त जीत हासिल कर ली।