कोरोना की दूसरी लहर देश पर कहर बनकर टूटी। देश में सांसों का भयंकर संकट छा गया था। इस दौरान कई लोगों ने अपने चाहनेवालों को कोरोना की वजह से खोया। कुछ बच्चों के सिर के ऊपर से भी माता पिता का साया उठ गया। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कई बच्चे अनाथ हुए।
BJD सांसद अमन पटनायक ने लिखी चिट्ठी
जिन बच्चों ने कोरोना की वजह से अपने माता-पिता को खोया, उनकी लगातार मदद करने की अपील की जा रही है। केंद्र और कई राज्यों की सरकार की तरफ से बच्चों को शिक्षा समेत आर्थिक मदद के लिए कदम भी उठाए जा रहे हैं। इस बीच बीजू जनता दल (BJD) के सांसद अमन पटनायक ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को चिट्ठी लिखकर एक खास अपील की।
अमन पटनायक ने मांग की कि कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को देश के किसी भी केंद्रीय विद्यालय, किसी भी कक्षा, किसी भी कोटे और किसी भी स्वीकृत संख्या से ज्यादा सीटों पर मुफ्त में प्रवेश देने पर विचार करें।
इस चिट्ठी को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा- ‘एक साल की बच्ची और उसके 46 दिन के भाई का वीडियो देखकर मन दुखी हो गया। नवीन पटनायक ने तो अपना पूरा समर्थन दिया ही है। मैं डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से आग्रह करता हूं कि वो अनाथ बच्चों को अपनी पसंद के किसी भी केंद्रीय विद्यालय में की किसी भी कक्षा में वॉक-इन सुविधा के तहत दाखिला दें।
पटनायक सरकार अनाथ बच्चों के लिए उठा रही बड़े कदम
गौरतलब है कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के लिए ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार भी कई कदम उठा रही है। ओडिशा सरकार ने अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला लिया। सरकार की तरफ से ऐसे सभी बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जाएगी। ग्रीन पैसेज योजना के तहत इन बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा इस योजना के तहत इंजीनियरिंग, चिकित्सा और अन्य तकनीकी शिक्षा लेने वाले अनाथ बच्चों का एडमिशन, ट्यूशन, परीक्षा की लागत का भी खर्च भी सरकार ही उठाएगी। साथ में आर्थिक मदद देने के लिए हर महीने 2,000 रुपए की पेंशन भी मिलेगी। वहीं बच्चों को जून, जुलाई और अगस्त के लिए अग्रिम पेंशन भी दी जाएगी।
ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार कोरोना के खिलाफ जंग में लगातार सक्रियता से काम कर रही है। जब दूसरी लहर के दौरान देशभर में ऑक्सीजन का संकट छाया हुआ था और कई राज्यों में इसकी भारी कमी हो गई थीं। तब ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने पीएम मोदी से बात की और कई राज्यों में ऑक्सीजन पहुंचाकर मदद करने की पेशकश की। कई राज्यों में ऑक्सीजन की सप्लाई करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनवाया गया। उनके इस काम की काफी सराहना हुई थीं। इसके अलावा भी कोरोना से निपटने के लिए पटनायक सरकार के द्वारा ऐसे कई कदम उठाए गए, जिनकी काफी तारीफ हुई।