लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी अभी से ही अपनी तैयारियों में लग गई है। बीते दिन बुधवार को उन्होंने शहीद दिवस के अवसर पर पश्चिम बंगाल की जनता समेत देश के तमाम राज्यों की जनता को संबोधित किया। कई राज्यों में उनके भाषण का प्रसारण किया गया।
इस दौरान उन्होंने बीजेपी को जमकर निशाने पर लिया। अब ममता बनर्जी ने राज्य में खेला होबे दिवस मनाने की घोषणा कर दी है। जिसे लेकर राज्य की प्रमुख विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ममता सरकार को निशाने पर ले रही है और ममता बनर्जी के इस कदम को आतंक पैदा करने की कोशिश करा दी है।
बीजेपी ने बोला हमला
बीजेपी के राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए कहा, ‘ममता बनर्जी ने 16 अगस्त को खेला होबे दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की है। यह वह दिन है जब मुस्लिम लीग ने डॉयरेक्ट एक्शन डे की शुरुआत की और 1946 में दी ग्रेट कलकत्ता कीलिंग की घटना हुई। उसी दिन पर ‘खेला होबे दिवस’ मनाने की घोषणा कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी मन में आतंक पैदा करने की कोशिश की है।‘
वहीं, पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि तुष्टिकरण ममता बनर्जी की राजनीति की धूरी में है। वह प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही हो जो कभी पूरा नहीं होगा।
डायरेक्ट एक्शन डे से हुई तुलना
बताते चले कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में खेला होबे नारे ने धूम मचा दी थी। टीएमसी के एक नेता ने इसे गाने का रुप भी दिया था। ममता बनर्जी भी इसे अब खूब इस्तेमाल करने लगी है। बीते दिन अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 16 अगस्त को खेला दिवस का पालन किया जाएगा। जब तक बीजेपी को सभी राज्यों से पराजित नहीं कर देते हैं। तब तक खेला होबे.. आज आजादी खतरे में है। आज देश को आजादी को खतरे में डाला है।
वहीं, खेला होबे दिवस के लिए 16 अगस्त का दिन चुनने को लेकर भी बीजेपी ममता बनर्जी को निशाने पर लेती दिख रही है। बीजेपी का कहना है कि 1946 में मुस्लिम लीग ने दी ग्रेट कोलकाता किलिंग घटना की शुरुआत डॉयरेक्ट एक्शन डे के तौर पर 16 अगस्त से की थी और अब इसी दिन पर ममता बनर्जी ने खेला होबे दिवस मनाने की घोषणा की है। जिसे लेकर राज्य की सियासत में बवाल मचा हुआ है।