बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हादसे ने हर किसी को हैरान करके रख दिया। यहां हेलीकॉप्टर क्रैश होने की वजह से देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत समेत कई लोगों की मौत हो गई। हादसे ने पूरे देश को झकझोंर कर रख दिया। हर किसी ने नम आंखों के साथ जनरल बिपिन रावत समेत हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
उच्चस्तरीय जांच की मांग की
इस बीच कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें इस हेलीकॉप्टर क्रैश पर साजिश का शक हो रहा है, क्योंकि जो हेलीकॉप्टर MI-17 V5 क्रैश हुआ, वो काफी ताकतवर माना जाता था। ये एयरफोर्स के सबसे ताकतवर विमानों में शामिल था। यही वजह है कि इस हादसे पर शक की सूई भी मंडरा रही है। बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का भी हादसे को लेकर ऐसा ही कुछ मानना है। यही वजह है कि स्वामी की तरफ से इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई।
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत बेबाक अधिकारी थे और कई लोग ऐसे थे, जो उन्हें पसंद नहीं करते थे। स्वामी बोले कि इतने हाई रेटेड एयरक्राफ्ट का ऐसे दुर्घटनाग्रस्त होना निष्पक्ष जांच की मांग करता है। इस दौरान बीजेपी सांसद ने ताइवान में शीर्ष सैन्य अधिकारी की हेलीकॉप्टर हादसे में हुई मौत का भी जिक्र किया और कहा कि कुन्नूर हादसे की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में की जानी चाहिए।
स्वामी ने पीएम पर भी तंज कसा
स्वामी ने हादसे पर शक जताते हुए पीएम मोदी पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि जब चीन हमारी सीमा में था तो पीएम उसका नाम तक नहीं ले रहे थे। तब जनरल रावत ने साफ शब्दों में कहा था कि पाकिस्तान से ज्यादा चीन हमारा दुश्मन नंबर एक है। बेबाकी और सेना में रिकॉर्ड की वजह से ही उनकी पहचान बनी। ऐसे बेबाक लोगों को ज्यादा पसंद नहीं किया जाता। जब चीन ने गलवान में आक्रमण किया तो उन्होंने तत्काल फैसला किया जिसके लिए उन्हें गुप्त रूप से डांट भी पड़ी।
स्वामी आगे ये भी बोले कि रूस से खरीदे गए हेलीकॉप्टर में ऐसे अधिकारी का मारा जाना अनूठी घटना है। ऐसा ही कुछ हाल में ताइवान में भी हुआ। यहां उनके टॉप मिलिट्री ऑफिसर की हेलीकॉप्टर क्रैश की वजह से मौत हो गई। ताइवान इसमें चीन पर शक जता रहा है। वहीं यहां की सरकार जोर दे रही है कि खराब मौसम की वजह से हादसा हुआ।
बीजेपी सांसद आगे बोले कि देश ये जानना चाहता है कि ये सिर्फ एक हादसा ही है या फिर कोई गड़बड़ी हुई, जो देश के अंदर की ताकतों ने की या फिर विदेशी ताकतों ने या दोनों ने मिलकर। भारत में कई बड़े देशों के प्रतिनिधि हैं। कई देशों से भी हमने जासूसों को भी पकड़ा। ऐसे लोगों से नरमी से हम पेश आते हैं। इसकी तह तक जाने की जरूरत है।