पश्चिम बंगाल की सियासत में इन दिनों उठा-पटक तेज हो गई है। बीजेपी की बंगाल इकाई में हड़कंप मचा हुआ है। बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले बीजेपी में शामिल होने वाले टीएमसी के कई नेताओं का मूड एक बार फिर से बदलता दिख रहा है। बताया जा रहा है कि कई नेता फिर से टीएमसी में वापसी की कोशिशों में लगे हुए हैं।
बीजेपी के कई नेता बंगाल में चुनावी नतीजों की घोषणा के बाद भड़की हिंसा समेत कई मुद्दों को लेकर ममता बनर्जी को निशाने पर ले रहे है। पिछले दिनों बीजेपी नेता राजीव बनर्जी ने अपनी ही पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि लोग भारी जनादेश से चुनी गयी सरकार के खिलाफ राष्ट्रपति शासन की धमकी को पसंद नहीं करेंगे।
उनके इस बयान के कुछ ही समय बाद विष्णुपर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि जिनकी रीढ़ नहीं है, वे ही सत्तारुढ़ दल में फिर से शामिल होने का प्रयास करेंगे।
‘…क्योंकि आप मंत्री नहीं बन सके’
बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘जब 42 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गयी, तब चुप रहना सत्तारुढ़ दल के प्रति समर्थन का संकेत हैं। क्या आप अपनी पुरानी पार्टी में लौट जाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि आप मंत्री नहीं बन सके।‘
दरअसल, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से ठीक पहले सत्तारुढ़ पार्टी टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी ने बीजेपी को निशाने पर लिया था। उन्हें विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने दोमजुर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था।
40 हजार से ज्यादा वोटों से हारे बनर्जी
दोमजुर सीट से राजीव बनर्जी ने साल 2016 में टीएमसी की टिकट पर 1 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी लेकिन इस चुनाव में बीजेपी की टिकट पर उन्हें 40000 से ज्यादा वोटों से हार मिली। बीजेपी हावड़ा के 16 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी राजीव बनर्जी को दी थी लेकिन वह खुद ही अपनी सीट नहीं बचा पाए।
पार्टी गाइडलाइन से अलग हटकर बयानबाजी करने के कारण वह अपनी ही पार्टी के कई नेताओं के निशाने पर है। दूसरी ओर यह भी खबर है कि बीजेपी के कई बड़े नेता जल्द ही टीएमसी में शामिल हो सकते हैं।
जिसने ममता बनर्जी को धोखा दिया…
बता दें, पश्चिम बंगाल चुनाव से ठीक पहले दल बदलने वाले कई नेता टीएमसी में वापसी की कोशिशों में लगे हैं। उनमें पूर्व विधायक सोनाली गुहा, दीपेंदु विश्वास समेत कई बड़े नेता शामलि हैं। वहीं, कुछ नेताओं को तृणमूल में वापसी की आस है और वह लगातार कोशिशों में लगे हैं। इसी बीच हावड़ा के दोमजुर में कई जगहों पर पोस्टर चस्पा किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जिन्होंने ममता बनर्जी को धोखा दिया, उनके लिए बंगाल में कोई स्थान नहीं है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि ये पोस्टर किसने लगाए।