उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से अपनी तैयारियों में लग गई है। बीजेपी की ओर से अभी से ही बैठकों का दौर शुरु हो गया है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी के बड़े नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर से तबाही मची हुई थी।
लेकिन अब हालात नियंत्रण में दिख रहे हैं। विपक्षी पार्टियों की ओर से कोरोना के बढ़ते कहर के लिए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए गए। इसी बीच यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को निशाने पर लिया है। उन्होंने अखिलेश यादव को ट्विटरजीवी और बयानजीवी बताया है।
‘लोग ऐसे राजनेताओं से तंग आ चुके हैं’
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने एक बयान में कहा, अखिलेश यादव की समाज के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने एसी कमरों में आराम से बयान देकर और ट्वीट करके राजनेता लोगों का दर्द नहीं समझ सके। मंत्री ने आगे कहा, ‘ऐसे पांच सितारा राजनेता अपनी मूर्खतापूर्ण टिप्पणियों के कारण राजनीति के स्तर में गिरावट के लिए जिम्मेदार हैं। उन्हें वास्तव में ऐसे संकट के समय में राज्य के लोगों की सेवा करनी चाहिए थी।‘ उन्होंने कहा कि लोग ऐसे राजनेताओं से तंग आ चुके हैं।
समस्या समझने के लिए राज्य के कोने-कोने में घूम रहे योगी
कैबिनेट मंत्री ने अखिलेश यादव जैसे नेताओं की तुलना यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से करते हुए भी विपक्षियों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, जहां सपा नेता लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए अफवाहें और भ्रामक टिप्पणियां फैलाने में व्यस्त हैं। वहीं, मुख्यमंत्री लोगों की समस्याओं को समझने के लिए राज्य के कोने-कोने में घूम रहे हैं।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘सीएम योगी एक गांव से दूसरे गांव जा रहे हैं और अस्पतालों, टीकाकरण की स्थिति, कोविड कमांड और नियंत्रण केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निगरानी समितियों और जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर मुद्दों के समाधान की समयसीमा तय कर रहे हैं। अखिलेश यादव को खुद का गांव सैफई और उनका संसदीय क्षेत्र, आजमगढ़, कोविड के समय में याद नहीं है।‘
वैक्सीन को लेकर फैलाया भ्रम अब व्यक्त कर रहे झूठी चिंता
उन्होंने कहा, विपक्ष के पास आज मुद्दों का अकाल है। कोरोना महामारी के गंभीर संकट के समय में भी उन्हें राजनीति सूझ रही है। ऐसे नेताओं के लिए राजनीति प्रेस बयानों और ट्विटर तक सीमित है। मंत्री ने अपने बयान में अखिलेश यादव द्वारा कोरोना वैक्सीन को लेकर की गई बयानबाजी का भी जिक्र किया।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘पहले सपा सुप्रीमों और पार्टी के अन्य नेता कोरोना वैक्सीन को लेकर जनता के बीच भ्रम फैलाते हैं। वहीं वैक्सीन को बीजेपी का बताकर वैक्सीनेशन प्रक्रिया का मजाक उड़ाते हैं। इसके बाद वैक्सीन के लिए एक नीति बनाने और वैक्सीन पर झूठी चिंता व्यक्त करते हैं।‘