पश्चिम बंगाल की राजनीतिक गलियारों में इन दिनों हलचल मची हुई है। तृणमूल कांग्रेस की लगातार तीसरी बार सरकार बनने के बाद अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले बीजेपी में शामिल होने वाले टीएमसी के कई नेता एक बार फिर से टीएमसी में वापसी की कोशिशों में लगे हैं।
बीते दिन पश्चिम बंगाल बीजेपी की हाईलेवल की मीटिंग में कई दिग्गज नेता शामिल नहीं हुए थे। जिसके बाद प्रदेश की सियासत में बवाल मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि बीजेपी को पश्चिम बंगाल में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
इस बीच टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी ने पार्टी की नीतियों की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि जीती हुई सरकार की आलोचना करना ठीक नहीं है।
बीजेपी नेता ने किया पार्टी की नीतियों का विरोध
राजीव बनर्जी मंगलवार को हुई बीजेपी की कार्यकारिणी बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। उसके बाद उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी ही पार्टी को निशाने पर लिया है। उन्होंने बीजेपी की नीतियों का जमकर विरोध किया है।
खबरों के मुताबिक उन्होंने पार्टी से असंतोष जताते हुए कहा कि राज्य में बीजेपी जिस कट्टरपंथी हिंदुत्व लाइन का अनुसरण कर रही है। उसे लोगों ने खारिज कर दिया है। बताया जा रहा है कि राजीव बनर्जी अपने भाषण में कभी भी कट्टरपंथी हिंदुत्व की बात नहीं करते है।
लेकिन कथित तौर पर पार्टी में चल रही ऐसी गतिविधियों से वह नाराज बताए जा रहे हैं। उनका कहना है कि बीजेपी नेतृत्व चुनाव हारने के बाद भी अपनी नीति नहीं बदल रही है। बंगाल में एक निर्वाचित सरकार है, लेकिन फिर से धारा 356 का बार-बार भय दिखाया जा रहा है।
बता दें कि साल 2016 के विधानसभा चुनाव में हावड़ा की डोमजूड़ सीट पर टीएमसी की टिकट पर एक लाख से अधिक वोट से जीतने वाले राजीव इस बार उसी सीट पर 40,000 से अधिक वोट से हार गए हैं।
बीजेपी के इस नेता ने किया था सीएम बनर्जी का धन्यवाद
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के बेटे ने भी कुछ ऐसी ही टिप्पणी की थी। दरअसल, मुकुल रॉय की बीबी कोरोना से जूझ रही है। मुश्किल की इस घड़ी में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अस्पताल का दौरा किया था और मुकुल रॉय की बीबी की हाल खबर ली थी।
जिसके बाद मुकुल रॉय के बेटे और बीजेपी नेता सुभ्रांशु रॉय ने सीएम ममता बनर्जी को उनकी जरूरत की घड़ी में उनके परिवार तक पहुंचने के लिए धन्यवाद देने के लिए फेसबुक का सहारा लिया था।
बता दें, मुकुल रॉय कभी टीएमसी के नंबर-2 कहे जाते थे। लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 से पहले उन्होंने और उनके बेटे सुभ्रांशु रॉय ने बीजेपी का दामन थाम लिया था। जिसके बाद बीजेपी ने मुकुल रॉय को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया। तो वहीं, सुभ्रांशु रॉय को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में टिकट मिली थी लेकिन वह अपनी सीट नहीं बचा पाए थे।