पश्चिम बंगाल की सियासत में इन दिनों हलचलें काफी तेज हो गई है। बंगाल चुनाव 2021 से पहले बीजेपी का दामन थामने वाले तमाम नेता फिर से राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी में आने को लेकर आतुर बताए जा रहे हैं।
पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी का दामन थाम लिया था। अब बीजेपी में शामिल हुए टीएमसी नेता और राज्य के पूर्व वन मंत्री राजीव बनर्जी एक बार फिर से ममता बनर्जी की छांव में लौटने की तैयारी में लगे हुए हैं। वह लगातार टीएमसी के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं।
ऐसे लोगों को पार्टी में नहीं रखेगी बीजेपी?
इसी बीच भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल के प्रदेशाध्यक्ष ने बीजेपी से टीएमसी में शामिल होने वाले नेताओं को निशाने पर लिया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए कहा था कि ‘अगर किसी को बीजेपी में रहना है तो उसे बलिदान देना होगा। जो केवल सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं, वे बीजेपी में नहीं रह सकते। हम उन्हें नहीं रखेंगे।‘
उन्होंने मुकुल रॉय के टीएमसी में शामिल होने पर भी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के जाने से बहुत फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘कुछ लोगों को पार्टियां बदलने की आदत होती है।‘
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय सचिवन अनुपम हाजरा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘जो सदस्य इस समय पार्टी के साथ खड़े होने को तैयार नहीं है, जब इसके कई कार्यकर्ता टीएमसी के हमलों का सामना कर रहे हैं और बेघर हो रहे हैं…वे जाने के लिए स्वतंत्र हैं।‘
ममता बनर्जी लेंगी अंतिम निर्णय
बता दें, मुकुल रॉय के टीएमसी में शामिल होने के तुरंत बाद राजीव बनर्जी ने पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष से मुलाकात की थी। जिसके बाद वह रविवार को टीएमस के दिग्गज नेता पार्थ चटर्जी के घर पहुंचे थे। जिसके बाद से सियासी अटकलें लगनी तेज हो गई है। वहीं, टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि कई लोगों ने वापसी की इच्छा व्यक्त ही है लेकिन हमारी अध्यक्ष ममता बनर्जी अंतिम निर्णय लेंगी।