बिहार की सियासत में इन दिनों विपक्षी पार्टियां पूरी तरह से सत्ताधारी NDA पर हमलावर है। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शराब बरामदगी के मामले में नीतीश सरकार के मंत्री को निशाने पर लिया। जिसके बाद शुक्रवार को उन्होंने बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को नीतीश कैबिनेट में शामिल दागी मंत्रियों की लिस्ट सौंप दी।
बिहार में मौजूदा समय में कैबिनेट में शामिल 31 मंत्रियों में 18 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज है। तेजस्वी यादव के हमले के बाद अब सत्ताधारी पार्टियों की ओर से प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी है। बीजेपी ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को राजनीतिक बेचैनी और बदहवासी का शिकार बताया है।
‘आरोप लगाकर मंत्रियों को कर रहे अपमानित’
बिहार बीजेपी प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने बीते दिन शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, तेजस्वी लगातार बिहार सरकार में शामिल, दलित, अति दलित और पिछले समाज के मंत्रियों पर बेतुकी बयानबाजी कर उन्हें अपमानित कर रहे हैं।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘तेजस्वी द्वारा लगातार बिहार सरकार में शामिल दलित, अति पिछड़े व पिछड़े समाज के मंत्रियों को अनर्गल प्रलाप कर, बेबुनियाद आरोप लगाकर अपमानित किया जा रहा है। इससे जाहिर होता है कि आरजेडी सामाजिक न्याय को सिर्फ स्लोगन के तौर पर इस्तेमाल करना चाहती है, उन्हें वंचित-शोषित समाज का मंत्री, उपमुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं है।‘
निगेटिव पॉलिटिक्स के पर्याय बन रहे तेजस्वी
निखिल आनंद ने शराब बरामदगी का आरोप झेल रहे नीतीश के मंत्री राम सरयू राय के मामले पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘मंत्री रामसूरत राय के मामले में जिस तरीके से तेजस्वी यादव ने उनके दिवंगत पिता स्वर्गीय अर्जुन राय सहित पूरे परिवार की छवि खराब करने की कोशिश की है वह दुर्भाग्यपूर्ण है।‘
उन्होंने कहा कि आरजेडी अभी भी आपराधिक तत्वों और माफियाओं को संरक्षण देती है। तेजस्वी यादव को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। बीजेपी नेता ने कहा, दूसरों पर आरोप लगाने से तेजस्वी संत नहीं हो जाते हैं। वह निगेटिव पॉलिटिक्स के पर्याय बनते जा रहे हैं।
तेजस्वी के निशाने पर है बिहार के दागी मंत्री
बता दें, नीतीश सरकार में राजस्व मंत्री के पद पर काम कर रहे राम सरयू यादव के स्कूल से कथित तौर पर शराब की बोतले और कार्टन बरामद हुए थे। जिसके बाद मंत्री ने कहा था कि वह स्कूल उनके भाई का है।
जिसके बाद तेजस्वी यादव ने स्कूल के एक बिल की कॉपी जारी की थी जिस पर मंत्री के नाम थे। इस मामले पर विपक्षी पार्टियां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंत्री राम सूरत राय को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।
इसके अलावा तेजस्वी यादव ने बीते दिन शुक्रवार को विधानसभा में नीतीश कैबिनेट में शामिल दागी मंत्रियों को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने चुनावी सुधारों के लिए काम करने वाली संस्था ADR की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 31 मंत्रियों में से 18 यानी 64 प्रतिशत मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 18 में 14 मंत्री पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने सभी मामलों का व्यक्तिगत डाटा भी विधानसभा अध्यक्ष को सौंपने की बात कही।