पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से लड़ रहा है। हालात में पहले की अपेक्षा थोड़ा सुधार देखने को मिल रहा है। कोरोना वायरस महामारी की इस भीषण दौर में देश में महंगाई भी चरम पर है। डेली यूज वाले सामान की कीमत भी अब आसमान छूती दिख रही है। सरसों का तेल 200 रुपये प्रति किलो, तो पेट्रोल की कीमत 100 के पार पहुंच गई है।
जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार सवाल भी उठाए जा रहे हैं। इसी बीच बीजेपी के एक दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल का असंवेदनशील बयान चर्चा में बना हुआ है। उनका कहना है कि कांग्रेस को वोट देने वाले लोग खाना पीना छोड़ दे तो महंगाई कम हो जाएगी।
कांग्रेस ने महंगाई पर उठाए थे सवाल
दरअसल, कांग्रेस शासित छतीसगढ़ कोरोना की दूसरी लहर से लड़ रहा है। प्रदेश सरकार कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है। महामारी से हालात बिगड़े हुए हैं। इसी बीच छतीसगढ़ सरकार में 3 बार कैबिनेट मंत्री रह चुके बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल अपने बयानबाजियों की वजह से चर्चा में आ गए हैं।
पिछले दिनों छतीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने महंगाई पर बात करते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा करार दिया था। मोहन मरकाम का कहना था, ‘पूरे देश में पिछले 7 सालों में महंगाई में भारी उछाल आया है। मंहगाई दोगुने से अधिक हो गई है। वहीं कोरोना के चलते लोगों की आय भी बहुत प्रभावित हुई है, जिसके चलते दिक्कतें और भी बढ़ गई हैं।‘ कांग्रेस नेता ने देश में मंहगाई के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों को जिम्मेदार बताया था।
बीजेपी नेता का बयान
जिसपर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, ‘अगर महंगाई राष्ट्रीय आपदा है तो जिन्हें ऐसा लग रहा है और जो ऐसा कह रहे हैं वह खाना-पीना छोड़ दें, अन्न को त्याग दें और पेट्रोल का इस्तेमाल बंद कर दें। अगर कांग्रेसी और कांग्रेस को वोट देने वाले लोग ही ऐसा कर दें तो देश में महंगाई काफी हद तक कम हो जाएगी।‘
अब बीजेपी नेता के इस बयान पर प्रदेश की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस इस मामले को लेकर बीजेपी पर हमलावर हो गई है। बीजेपी नेता के इस बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर उनकी क्लिप भी काफी तेजी से वायरल हो रही है। लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देते देखे जा रहे हैं।