पश्चिम बंगाल की सियासत में इन दिनों हलचलें काफी तेज है। विधानसभा चुनाव 2021 में मिली करारी हार के बाद से प्रदेश की प्रमुख विपक्षी भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। पार्टी के कई बड़े नेताओं की अब टीएमसी में घर वापसी देखी जा रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय पहले ही टीएमसी का दामन थाम चुके हैं।
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल से मुलाकात की तो उनके साथ सिर्फ 51 विधायक ही थे। जबकि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में बीजेपी ने 77 सीटों पर जीत हासिल की थी।
इसे लेकर राज्य में बवाल मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि बीजेपी के कई विधायक जल्द ही टीएमसी का दामन थाम सकते हैं। इसी बीच विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए सांसद सुनील मंडल के बयान ने बीजेपी की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है।
‘असहज महसूस कर रहे कई नेता’
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले सांसद सुनील मंडल ने कहा है कि टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले कई नेता असहज महसूस कर रहे हैं। उन्हें दिल से स्वीकार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, बीजेपी में कुछ लोग सोचते हैं कि पार्टी में नए लोगों पर भरोसा करना सही नहीं है। बीजेपी नेता के इस बयान से साफ है कि बंगाल बीजेपी के अंदरखाने में सबकुछ ठीक नहीं है। आने वाले दिनों में प्रदेश की सियासत में उठापटक देखने को मिल सकती है।
वापसी की कोशिशों में लगे हैं कई नेता
बता दें, हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने अपने बेटे सुभ्रांशु रॉय के साथ टीएमसी का दामन थाम लिया। वह लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे, अब उनकी घर वापसी हो गई है। सीएम ममता बनर्जी समेत पार्टी के तमाम बड़े नेताओं की उपस्थिति में उन्होंने टीएमसी का दामन थामा। मुकुल रॉय के टीएमसी में शामिल होने के बाद अब बीजेपी के कई नेता वापसी की कोशिशों में लगे हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी से बीजेपी में शामिल होने वाले पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी भी लगातार टीएमसी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे है। पिछले दिनों वह बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा बुलाई गई बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। जिसके बाद से इस बात की चर्चा तेज है कि वह जल्द ही टीएमसी में शामिल हो सकते हैं।