बीजेपी शासित कर्नाटक में इन दिनों सियासत चरम पर है। राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी बीजेपी के अंदर चल रही अंदरुनी कलह ऊभर कर सामने आ रही है। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की ओर से लगातार सबकुछ ठीक होने का दावा किया जा रहा है लेकिन हालात इसके विपरीत बताए जा रहे हैं।
बीजेपी महासचिव और कर्नाटक मामलों के प्रभारी अरुण सिंह कर्नाटक के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे है। उनके दौरे के पहले दिन ही कर्नाटक के वरिष्ठ मंत्री के एस ईश्वरप्पा के बयान ने सीएम बीएस येदियुरप्पा की मुश्किलें बढ़ा दी है। उन्होंने कहा है कि पार्टी के भीतर के एक धड़े का मानना है कि सीएम येदियुरप्पा को हटाया जाना चाहिए।
के एस ईश्वरप्पा का पूरा बयान
कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष नलीन कुमार कुटील ने बीते दिन बुधवार को कहा, ‘नेतृत्व परिवर्तन का तो सवाल ही नहीं उठता। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा अगले दो साल तक पद पर बने रहेंगे।‘ वहीं राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘आप जो कह रहे हैं वह सही है। कुछ लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री को बदला जाना चाहिए जबकि कुछ का कहना है कि उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए।‘ उन्होंने कहा कि कुछ लोग दिल्ली होकर आए हैं।
कांग्रेस ने बोला जोरदार हमला
बीजेपी को कर्नाटक मामलों के प्रभारी अरुण सिंह के कर्नाटक के तीन दिवसीय दौरे से उम्मीद जगी है। बताया जा रहा है कि इस दौरे पर वह कर्नाटक बीजेपी में चल रही अंदरुनी कलह को शांत करने का प्रयास करेंगे। वह, पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों के साथ बैठक करने वाले हैं। अरुण सिंह ने पिछले दिनों कर्नाटक की सियासत में चल रही उठा पटक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ‘बीएस येदियुरप्पा अच्छा काम कर रहे हैं वह सीएम बने रहेंगे। नाराज विधायक पार्टी के सामने अपनी परेशानियों को रख सकते हैं।‘
दूसरी ओर बीजेपी महासचिव के इस दौरे को लेकर कांग्रेस पार्टी ने जोरदार हमला बोला है। विपक्षी दल की ओर से आरोप लगाया गया कि जब राज्य में गंभीर समस्याएं थी तब बीजेपी की अंदरुनी कलह चरम पर थी।
कर्नाटक कांग्रेस की ओर से ट्विट करते हुए कहा गया कि ‘श्री अरुण सिंह, आप यहां ‘प्लेटफॉर्म पंचायत बैठक’ के लिए आ रहे हैं लेकिन आपके पास लोगों की शिकायतें सुनने का समय नहीं है? सत्ता में आने के पहले दिन से ही, यह सरकार अपनी उपलब्धियों के कारण नहीं बल्कि अंतर्कलह की वजह से सुर्खियों में रही है।‘