देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम जोर-शोर से चल रहा है। दूसरे फेज में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। बीते दिन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन का पहला डोज लिया और देशवासियों से वैक्सीन लेने की अपील की।
इसके साथ ही वैक्सीन को लेकर उठ रही तमाम बातें और अटकलों पर भी विराम लगा दिया। इसी बीच देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अपने मंत्रियों और नेताओं को सुझाव दिया है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कोरोना वायरस के टीका लगवाए।
250 रुपये प्रति खुराक होगी कीमत
बीजेपी ने अपने नेताओं को सुझाव दिया है कि वैक्सीन लगवाने के बाद वे उसका भुगतान स्वंय करें। दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निजी अस्पतालों को 250 रुपये प्रति खुराक के हिसाब से फीस लेकर टीकाकरण की अनुमति देने के बाद बीजेपी ने अपने नेताओं को यह सुझाव दिया।
कोविड-19 टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण सोमवार को शुरू हुआ। इसके तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और अन्य बीमारी से पीड़ित 45 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र वाले लोगों को टीके की पहली खुराक दी जाएगी।
दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने स्पष्ट किया कि वैक्सीनेशन के दुष्प्रभाव सूजन या बुखार हैं। यह कभी-कभी नॉर्मल वैक्सीनेशन के दौरान भी होता है। फिलहाल कोरोना वैक्सीनेशन से एक भी मौत नहीं हुई है।
कई देशों को वैक्सीन मुहैया करा रहा भारत
बता दें, पीएम नरेंद्र मोदी समेत देश के कई दिग्गज नेताओं ने सोमवार को कोविड-19 की पहली खुराक ली। पीएम के अलावा गृहमंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री एस जयशंकर, असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा और एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी टीके लगवाए।
गौरतलब है कि कोरोना को मात देने वाली देश में बनी स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन और कोवीशिल्ड का टीकाकरण जोर-शोर से हो रहा है। भारत दुनिया के कई देशों को वैक्सीन मुहैया करा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी पिछले दिनों दुनिया के कई देशों को वैक्सीन मुहैया कराने के लिए भारत की जमकर तारीफ की थी।