कानपुर के बिकरू कांड (Kanpur Bikru Case) के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) की पत्नी ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें ब्राह्मण होने की सजा मिल रही है। ऋचा दुबे (Richa Dubey) ने कहा कि उनकी सम्पत्तियों पर कब्जे किए जा रहे हैं। कहीं पर भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही।
ऋचा दुबे ने कहा कि हम ब्राह्मण हैं। हमें ब्राह्मण होने का दंश झेलना पड़ रहा है। लोग आकर घरों की घंटी बजाकर धमकी देते हैं। हम इतना परेशान हो गए कि 3-4 महीनों के लिए घर छोड़कर चले गए। फिर हमारे वकीलों ने समझाया कि अगर आप भागेंगे तो ये लोग आपको खत्म कर देंगे।
ऋचा दुबे ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा डराने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन मुझे देखकर दरवाजे बंद कर लेता है। मेरे पति का अब तक डेथ सर्टीफिकेट भी नहीं बन पाया। एक साल बीत गया। गलती से कोई मेरी शिकायत सुनता भी है तो अगले दिन कह देता है कि बाबा ने मेरे खिलाफ जांच बैठा दी है। ऋचा दुबे के मुताबिक उन्होंने सचेंडी थाना, कानपुर के सभी वरिष्ठ अधिकारी, चौबेपुर थाने, आईजी समेत सभी अधिकारियों के चक्कर लगाए, लेकिन किसी ने भी उनकी नहीं सुनी।
उन्होंने आगे कहा कि दो लोग, जिसमें से एक बीजेपी का नेता है। वो विकास के साथ उठता बैठता था। उसे मैंने बात करने के लिए बुलाया, तो उसने कहा कि भाभी जमीन के एवज में पैसे ले लो। विकास दुबे मर चुका है। उसका समय खत्म हो गया। ऋचा ने ये भी कहा कि विकास दुबे की हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि विकास को गलत तरीके से मारा गया। न्याय प्रक्रिया से गुजरकर अगर उसे फांसी भी होती, तो उसमें समस्या नहीं थी।
वहीं चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि वो बीडीसी रही हैं। चुनाव के लिए नहीं सोच रही। साथ ही वो ये भी बोलीं कि बिकरू कांड में खुशी दुबे के अलावा जितनी महिलाएं जेल गई, वो गलत गई है। ऋचा ने कहा कि मैं और मेरा परिवार बहुत परेशान है। हम न्यायपालिका का दरवाजा खटखटाएंगे। न्याय नहीं मिलने की दशा में हम तीनों के पास आत्महत्या करने के अलावा और कोई रास्त नहीं बचेगा।