पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से आज यानी शनिवार को एक बहुत बड़ी खबर सामने आई। यहां एक बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दिया गया। सेना के टुकड़ी पर किए गए हमले में 5 जवान शहीद हो गए, जिसमें असम राइफल्स के सीओ में शामिल रहे। इतना ही नहीं अफसर के परिवार के 2 लोगों भी हमले का शिकार बन गए। इस दौरान कर्नल विपलब त्रिपाठी की पत्नी और उनके 8 साल के बेटे की मौत हो गई।
घात लगाकर बैठे आतंकियों ने किया टारगेट
हमला चूड़ाचांदपुर जिले के सिनघाट सब-डिवीजन में हुआ। जो जानकारी अब तक मिल रही है, उसके मुताबिक आतंकी पहले ही से घात लगाकर बैठे हुए थे, जिसके बाद हमले को अंजाम दिया गया।
अटैक असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर के काफिले पर किया गया। इस दौरान काफिले में कमांडिंग ऑफिसर के साथ उनके परिवार के लोग और क्विक एक्शन टीम के सदस्य मौजूद थे। हमले का शिकार सीओ, एक्शन टीम के 3 जवान और परिवार के 2 सदस्य बने और इन सभी की मौत हो गई। इस अटैक के बाद इलाके को घेरकर वहां पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है
इस हमले पर पॉलिटिकल रिएक्शन आना भी शुरू हो गए। कई नेताओं ने घटना की निंदा करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और असम के सीएम एन. बीरेन सिंह भी शामिल रहे। असम के मुख्यमंत्री ने हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा कि जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पैरा मिलिट्री और राज्य के सुरक्षाबल उग्रवादियों को ढूंढकर ठिकाने लगाने में जुट गए हैं।
‘देश की सुरक्षा करने में मोदी सरकार असमर्थ’
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मणिपुर में हुए हमले पर ट्वीट किया। उन्होंने कहा- ‘मणिपुर में सेना के काफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है। शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएँ। देश आपके बलिदान को याद रखेगा।’
मणिपुर में सेना के क़ाफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है।
शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएँ। देश आपके बलिदान को याद रखेगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2021
हमले के पीछे कौन?
वैसे तो खबर लिखे जाने तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली। लेकिन बताया जा रहा है कि इस हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि साल 1978 में मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का गठन हुआ था। संगठन स्वतंत्र मणिपुर की मांग करता आया है। संगठन भारतीय सुरक्षाबलों को निशाना बनाता आया है। संगठन का गठन बिश्वेसर सिंह ने किया था। सरकार के द्वारा इसे आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका है।