26 फरवरी यानी आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। अपनी कई मांगों को लेकर आज देशभर में 8 करोड़ व्यापारी अपने शटर बंद करके इस भारत बंद का हिस्सा बनेंगे। इसकी वजह से देश में सभी व्यावसायिक बाजार आज बंद रहेंगे। चक्का जाम भी किया जाएगा। ये भारत बंद आज सुबह से शुरू हो जाएगा और रात 8 बजे तक चलेगा। आज भारत बंद की वजह क्या है, क्यों भारत बंद बुलाया गया है और क्या मांगे है, आइए इसके बारे में आपको विस्तार से बता देते हैं…
जानिए बंद की वजह?
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) के मनमाने और कठोर प्रावधानों को लेकर भारत बंद बुलाया। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) ने भी इस बंद को सपोर्ट किया। लेकिन उसका विरोध प्रदर्शन है ईंधन की बढ़ती कीमतों और ई-वे बिल को लेकर है।
ई-बिल के नियमों का विरोध भी इस बंद के दौरान किया जा रहा है। दरअसल, जब किसी माल की ढुलाई होती है, तो GST के ई-वे बिल पोर्टल पर उसका इलेक्ट्रॉनिक बिल तैयार होता है। GST में रजिस्टर्ड कोई भी व्यापारी या व्यक्ति किसी वाहन में निर्धारित सीमा से ज्यादा माल बिना ई-वे बिल के लेकर नहीं जा सकता। हर 200 किमी की दूरी पर बिल की वैधता केवल एक दिन होती है।
ये हैं मांगे…
सेंट्रल GST एक्ट की जो धारा 129 है, उसके मुताबिक ई-वे बिल नहीं होने पर वाहन जब्त कर लिए जाते हैं। व्यापारियों की मानें तो उनके पास सही इनवाइस होने पर भी ई-वे बिल में कोई एरर होता है, तो माल के मूल्य का 100 फीसदी या लगने वाले टैक्स के 200 फीसदी तक का जुर्माना लगा दिया जाता है। इसी वजह से ट्रांसपोर्टर्स इसे खत्म करने की मांग करते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा पेट्रोल डीजल की जो लगातार बढ़ रहे दाम है, उससे भी ट्रांसपोर्टर्स काफी परेशान हैं। उनकी ये मांग है कि ईंधन पर लगने वाले टैक्स को कम करके इसके बढ़ते दामों को रोका जाए। साथ ही देशभर में इसकी एक समान कीमत हो।
वहीं इसके अलावा CAIT ने GST के नियमों में बदलाव कर टैक्स स्लैब को सरल बनाने की मांग की। CAIT ने GST के कई प्रावधानों को मनमाना और कठोर भी बताते हुए उसे खत्म करने को कहा। साथ में Amazon जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों को कथित तौर पर नियमों के उल्लंघन और मनमानी का विरोध करते हुए कार्रवाई की मांग की।
भारत बंद का असर
अब इस बंद का क्या असर होगा, इस पर बात कर लेते है। होलसेल और रिटेल बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे, लेकिन जरूरी सामानों की बिक्री वाली दुकाने पर इसका असर नहीं होगा। रिहायशी कॉलोनियों में आवश्यक सामान वाली दुकानें भारत बंद के दायरे बाहर रहेगीं। व्यावसायिक गतिविधियों पर असर रहने के आसार हैं।
- मेडिकल दुकानें, दूध, जरूरी सेवाएं, सब्जी की दुकानें इस बंद के असर से बाहर हैं
- देशभर के वाणिज्यिक बाजार पर भारत बंद का असर दिख सकता है। लेकिन ये संबंधित संगठनों के फैसले पर निर्भर करेगा।
- बुकिंग और बिल संबंधी सामानों की आवाजाही पर असर पड़ने के आसार है।
- चार्टर्ड एकाउंटेंट्स साथ ही टैक्स एडवोकेट्स की सेवाएं प्रभावित रह सकती है।
- छोटे उद्योग, फेरीवाले, महिला उद्यमी बंद में शामिल हो रहे हैं।
- कोई भी व्यापारी GST पोर्टल पर लॉग इन नहीं करेगा।
- बैंक सेवाएं भी इस बंद के प्रभाव से बाहर ही रहेंगे।