पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आ गई है और भगवंत मान के तौर पर पंजाब को अपना नया मुख्यमंत्री भी मिल गया। भगवंत मान की सरकार सत्ता में आते ही एक्शन मोड़ में दिख रही है। आज यानी शनिवार को मान सरकार का कैबिनेट विस्तार हुआ, जिस दौरान 10 मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद अब कैबिनेट की पहली मीटिंग भी हुई, जिसमें पंजाब की जनता को एक बड़ा तोहफा भगवंत मान सरकार की तरफ से दिया गया।
सरकारी नौकरी को लेकर लिया गया बड़ा फैसला
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में पंजाब के युवाओं के लिए बड़ा फैसला लिया। पंजाब के सरकारी विभाग में खाली पड़ी 25 हजार पदों को भरने के फैसले को मंजूरी दी है। इसमें 10 हजार पद पुलिस महकमे के लिए शामिल हैं, जबकि बाकी 15 हजार अलग-अलग विभाग के लिए होंगे। मीटिंग में फैसला हुआ कि एक महीने के अंदर इन खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान भगवंत मान ने युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। अब उन दिशा में ही वो काम करने में जुट गए हैं।
भगवंत मान की नई टीम तैयार
इससे पहले आज यानी शनिवार को ही चंडीगढ़ में 10 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थीं। जिन 10 विधायकों ने शपथ ली उनमें किसान से लेकर इंजीनियर तक अलग अलग क्षेत्रों से आने वाले लोग शामिल रहे। भगवंत मान की कैबिनेट में तीन वकील, दो डॉक्टर, दो किसान शामिल हैं। इसके साथ ही एक-एक इंजीनियर, बिजनेसमैन और समाजसेवी को भी जगह मिली है। वहीं मान कैबिनेट में एक महिला को भी शामिल किया गया।
शनिवार को शपथ ग्रहण लेने मंत्रियों में हरपाल चीमा (दिरबा), डॉ बलजीत कौर (मलौत), हरभजन सिंह ईटीओ (जंडियाला), डॉ विजय सिंगला (मनसा), लाल चंद कटारुचक (भोआ), गुरमीत सिंह मीत हेयर (बरनाला) ), कुलदीप सिंह धालीवाल (अजनाला), लालजीत सिंह भुल्लर (पट्टी), ब्रह्म शंकर (होशियारपुर) और हरजोत सिंह बैंस (आनंदपुर साहिब) शामिल रहे। मंत्रिमंडल में चुने गए विधायकों में केवल दो नेता चीमा और मीत हेयर ऐसे हैं, जो दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए। बाकी 8 विधायक पहली बार चुने गए हैं।
भगवंत मान कैबिनेट में युवा चेहरों को तरजीह दी गई। अजनाला से जीत हासिल करने वाले कुलदीप सिंह धालीवाल मान कैबिनेट के सबसे बुजुर्ग मंत्री हैं। वहीं 31 साल के हरजोत सिंह भगवंत मान सबसे युवा मंत्री हैं। मंत्रिमंडल में शामिल छह मंत्रियों को उम्र 50 साल से कम है।
बात इन मंत्रियों के पढ़े लिखे होने की करें तो भगवंत मान मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों में दो केवल दसवीं पास ही हैं। इसमें अजनाला के कुलदीप सिंह धालीवाल और भोआ से जीते लाल चन्द शामिल हैं। 12वीं पास मंत्रियों में पट्टी से विधायक लाल जीत सिंह भुल्लर और होशियारपुर से ब्रम शंकर शामिल हैं। वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान भी 12वीं पास ही हैं।
आप का चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन
कैबिनेट विस्तार से तीन दिन पहले भगवंत मान ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उनके शपथ ग्रहण का कार्यक्रम शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव में आयोजित किया गया था। गौरतलब है कि इस बार के पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन जबरदस्त रहा। AAP ने अकेले पंजाब चुनावों में बहुमत हासिल किया और वहां राज कर रही कांग्रेस पार्टी को बड़े अंतर से सत्ता से उखाड़ फेंका। पंजाब में इस बार AAP की आंधी कुछ यूं चली थीं कि पंजाब के दिग्गज चेहरे जैसे पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रकाश सिंह बादल तक अपनी सीट नहीं बचा पाए। इन्हें भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। 117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में AAP के खाते में 92 सीटों पर कब्जा जमाया था।
पंजाब में किए गए इन वादों को पूरा करेगी AAP?
– पंजाब में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करना। पंजाब की जनता को हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देना और घरेलू बिजली बिल का पुराना बकाया बिल माफ करना।
– दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक की ही तरह पंजाब के हर गांव-कस्बे के वॉर्डों और गांवों में 16,000 क्लीनिक बनाना।
– 18 वर्ष से अधिक उम्र की हर महिला को 1000 रुपये प्रति महीने देना।
– पहली से डिग्री तक प्रत्येक बच्चे को नि:शुल्क शिक्षा देना।
– अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कोचिंग शुल्क देना। इसके अलावा AAP ने पंजाब में ये भी वादा किया है कि अगर अनुसूचित जाति का छात्र बीए, एमए की पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहता है, तो इसका पूरा ख़र्च सरकार उठाएगी।
– प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त और नशा मुक्त बनाना।