छत्तीसगढ़ में हर दिन कोई न कोई आपराधिक घटना देखने को मिल रही है। पहले कबीरधाम में भाजपा नेता की हत्या के आरोपी प्रशांत साहू (27) की मौत पर बवाल मचा था, वहीं अब छत्तीसगढ़ में एक बेटी की डंडे से पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। यह पूरा मामला डिप्टी सीएम विजय शर्मा के क्षेत्र कवर्धा से सामने आया है। जहां सोशल मीडिया पर रील बनाकर सुर्खियों में रहने वाले आईपीएस अधिकारी अभिषेक पल्लव के सामने पुलिस एक नाबालिक लड़की की डंडे से जमकर पिटाई कर रही है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना सितंबर की बताई जा रही है, लेकिन एक बार फिर यह मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल इस मामले को हवा देने का काम सामाजिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने किया है। आइए आपको इस घटना के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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भूपेश बघेल: एसपी रील मास्टर
लोहारीडीह में आगजनी की घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गांव पहुंचे और आगजनी से मरे रघुनाथ साहू और फांसी लगाकर जान देने वाले शिवप्रसाद साहू के परिजनों से बात की। उन्होंने ग्रामीणों से भी मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने इस घटना के लिए पुलिस और गृहमंत्री को जिम्मेदार ठहराया। बघेल ने कहा- घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई। एसपी यहां मौजूद थे। वे वीडियो बना रहे थे, वे रील बनाने में माहिर हैं।
कवर्धा एडिसनल एसपी निलंबित
रेंगाखार थाना क्षेत्र के लोहारीडीह में आगजनी मामले के आरोपी प्रशांत साहू की जेल में मौत के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर उसे निलंबित कर दिया गया। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। गृह मंत्री विजय शर्मा ने माना कि पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मारपीट की है। डीजी जेल हिमांशु गुप्ता ने जेल का निरीक्षण किया और जेल में बंद आरोपियों से बात की। डिप्टी सीएम ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
160 लोगों को आगजनी का आरोपी बनाया
यह वीडियो रेंगाखार थाना के ग्राम लोहारीडीह का है। जहां 15 सितंबर को उपसरपंच रघुनाथ साहू के घर में आग लगा दी गई थी, जिसमें रघुनाथ साहू की मौत हो गई थी। घटना के बाद पुलिस बल गांव पहुंचा था। उपद्रवियों को पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा अपनाए गए तरीके को लेकर लोगों में गुस्सा है। पुलिस ने बिना जांच किए लोगों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। इसके बाद 160 लोगों पर आगजनी का आरोप लगा, जिसमें से 69 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 33 महिलाएं शामिल हैं। वायरल वीडियो उसी समय का है, जब एक नाबालिक को पीटते हुए गिरफ्तार किया जा रहा है। यह घटना पिछले महीने हुई थी और इस घटना से जुड़ा वीडियो भी वायरल हुआ था।
सोशल मीडिया पर पुलिस के खिलाफ आक्रोश
फेसबुक पर नवीन जायसवाल नाम के यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि इस वीडियो को ध्यान से देखिए और सुनिए कवर्धा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) क्या कह रहे हैं। क्या यही है भाजपा का #बेटी_बचाओ_बेटी_पढ़ाओ। जिला पुलिस अधीक्षक अपने सामने एक लड़की की इस तरह पिटाई करवा रहे हैं।
मामले को लेकर दर्ज हुई जांच
इस मामले को लेकर अब सामाजिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने भी अपनी आवाज उठाई है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट में लिखा, ‘छोटी बच्ची को पिटवाने वाले छत्तीसगढ़ के कवर्धा ज़िले के तत्कालीन रील एसपी अभिषेक पल्लव तथा अन्य पुलिस वालों की शिकायत मैंने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग में की थी! मेरी शिकायत पर जाँच शुरू हो गई है,आज जाँच अधिकारी ने मेरे से घटना का वीडियो,पेपर कटिंग और न्यूज़ लिंक माँगा था जिसे मैंने उपलब्ध करवा दिया है! नाबालिग को पिटवाने वाले इन बेशर्म पुलिस वालों पर इसलिए भी कार्यवाही ज़रूर होना चाहिए जिससे कि भविष्य में कोई पुलिस अधिकारी किसी नाबालिग को लाठी डंडों से पिटवाने की हिम्मत ना कर सके!’
छोटी बच्ची को पिटवाने वाले छत्तीसगढ़ के कवर्धा ज़िले के तत्कालीन रील एसपी अभिषेक पल्लव तथा अन्य पुलिस वालों की शिकायत मैंने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग में की थी!
मेरी शिकायत पर जाँच शुरू हो गई है,आज जाँच अधिकारी ने मेरे से घटना का वीडियो,पेपर कटिंग और न्यूज़ लिंक माँगा था जिसे… pic.twitter.com/o1LBmUwcOC
— Kunal Shukla (@kunal492001) October 1, 2024