एलोपैथी के खिलाफ झंडा उठाने वाले पतंजलि योगपीठ के सह-संस्थापक योगगुरु बाबा रामदेव के सुर अब बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। एलोपैथी पर अपने विवादित बयानों के लेकर घिरे बाबा रामदेव अब कोरोना वैक्सीन लगवाने को तैयार हो गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों देश में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के लिए मुफ्त वैक्सीन का ऐलान किया। जिसके बाद बाबा रामदेव ने सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील की है और घोषणा की है कि वह भी जल्द ही वैक्सीन लेंगे।
हमारी किसी संगठन के साथ दुश्मनी नहीं
योगगुरु रामदेव ने कहा, मैं भी जल्द ही वैक्सीन लगवाऊंगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा, वह योग और आयुर्वेद का अभ्यास करें। योग बीमारियों के खिलाफ एक ढ़ाल के रुप में काम करता है और कोरोना से होने वाली जटिलताओं से बचाता है।
उन्होंने डॉक्टरों और ड्रग माफियाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘हमारी किसी संगठन के साथ दुश्मनी नहीं है और सभी अच्छे डॉक्टर इस धरती पर भगवान द्वारा भेजे गए दूत हैं। वह इस ग्रह के लिए एक उपहार हैं। हमारी लड़ाई देश के डॉक्टरों से नहीं है, जो डॉक्टर हमारा विरोध कर रहे हैं, वह किसी संस्था के जरिए नहीं कर रहे हैं।‘
एलोपैथी आपातकालीन मामलों और सर्जरी के लिए बेहतर
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि दवाओं के नाम पर किसी को परेशान न किया जाए और लोगों को अनावश्यक दवाओं से बचना चाहिए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि एलोपैथी आपातकालीन मामलों और सर्जरी के लिए बेहतर है।‘
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जन औषधि स्टोर खोलना पड़ा, क्योंकि ड्रग माफियाओं ने फैंसी दुकानें खोली हैं, जहां वे बुनियादी और आवश्यक के बजाय बहुत ज्यादा कीमतों पर अनावश्यक दवाएं बेच रहे हैं।‘
IMA ने लिया था एक्शन
बता दें, योगगुरु बाबा रामदेव ने पिछले दिनों से कोरोना वायरस से हो रही मौतों को एलोपैथी से जोड़ कर देखा था और डॉक्टरों को लेकर विवादित बयान दिए थे। जिसके बाद डॉक्टरों के सबसे बड़े संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने रामदेव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय और पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर रामदेव पर एक्शन लेने की मांग की। आईएमए उत्तराखंड ने बाबा को नोटिस भेजकर मानहानि का केस भी किया था और उनसे 15 दिन के अंदर माफी मांगने के लिए भी कहा था।