Who is Ayodhya DM: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक फेरबदल किया है। मंगलवार देर रात को 16 आईएएस अधिकारियों के तबादलों के बीच सबसे चर्चित नाम अयोध्या के नए डीएम निखिल टीकाराम फुंडे का है। सरकार द्वारा चंद्र विजय सिंह को हटाकर निखिल फुंडे को अयोध्या की कमान सौंपने के फैसले ने नौकरशाही हलकों और सोशल मीडिया में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं कौन हैं निखिल टीकाराम फुंडे और उनकी प्रशासनिक यात्रा के बारे में।
निखिल टीकाराम फुंडे का प्रशासनिक सफर- Who is Ayodhya DM
निखिल टीकाराम फुंडे का जन्म 22 अप्रैल 1989 को महाराष्ट्र के नागपुर जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और इसके बाद सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की। 2014 में UPSC परीक्षा पास कर वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल हुए। उनका प्रशिक्षण मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में 2014 में शुरू हुआ।
झांसी से आगरा तक, हर पोस्ट पर अनुभव हासिल किया
निखिल फुंडे की पहली पोस्टिंग झांसी में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के रूप में हुई। इसके बाद उन्होंने महोबा, बलिया और झांसी (सीडीओ) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। 2018 में उन्हें झांसी का मुख्य विकास अधिकारी (CDO) नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने प्रशासनिक कार्यों में प्रभावी योगदान दिया। इसके बाद 2020 में उन्हें आगरा नगर निगम का आयुक्त बनाया गया, और फिर 2022 में वह चंदौली के जिलाधिकारी बने। चंदौली में रहते हुए उन्होंने विकास कार्यों और प्रशासनिक सूझबूझ में अपनी अलग पहचान बनाई।
अब, अयोध्या की प्रशासनिक जिम्मेदारी निखिल फुंडे को सौंपी गई है, जहां उन्हें शहर के विकास कार्यों को नई दिशा देने की उम्मीद की जा रही है। अयोध्या जैसे संवेदनशील और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर के लिए एक युवा और सक्षम अधिकारी का चयन योगी सरकार का रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
चंद्र विजय सिंह का तबादला और अयोध्या में नया नेतृत्व
अयोध्या के पूर्व जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें स्थानांतरित कर दिया गया है। चंद्र विजय सिंह, जो 2012 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, ने अयोध्या में रहते हुए कई प्रशासनिक जिम्मेदारियां निभाईं। इससे पहले वे सोनभद्र और फिरोजाबाद के डीएम भी रह चुके थे। हालांकि, अयोध्या में समाजवादी पार्टी (SP) द्वारा लगाए गए कुछ आरोपों के बाद उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए गए थे, जिससे उनका तबादला हुआ है।
अयोध्या को नए तेवर मिलेंगे
निखिल टीकाराम फुंडे की नियुक्ति के साथ अयोध्या में नए नेतृत्व का आगमन हो रहा है। अयोध्या को भगवान श्रीराम की नगरी माना जाता है, और यहां के विकास कार्यों को गति देने की जिम्मेदारी अब निखिल फुंडे के कंधों पर है। उनके प्रशासनिक अनुभव और युवा ऊर्जा से उम्मीद की जा रही है कि अयोध्या में विकास कार्यों को तेज़ी से लागू किया जाएगा, जिससे शहर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन क्षेत्र को भी फायदा होगा।
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