जलेबी और मिठाइयों में मिलावट और फैक्ट्री में बनाई जा रही खाद्य वस्तुओं पर चल रही चर्चा के बीच, सोशल मीडिया एक्टिविस्ट Avi Dandiya ने अब फैक्ट्री में तैयार की जाने वाली सब्जियों और दालों को लेकर अपना बयान दिया है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह की चीज़ें भारतीय संस्कृति और स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरा हैं। Avi Dandiya ने दावा किया कि यह हमारे पारंपरिक भोजन के ढांचे को नुकसान पहुंचा सकता है।
Avi Dandiya का बयान
Avi Dandiya ने अपने बयान में कहा कि जिस तरह से अब फैक्ट्री में सब्जियां और दालें तैयार की जा रही हैं, वह लोगों की सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए कहा, “जलेबी के बाद अब सब्जियों और दालों का भी इंडस्ट्रियलाइजेशन हो रहा है, जो हमारे खाने के असली स्वाद और सेहत को प्रभावित कर रहा है। क्या हमें फैक्ट्री में बनी ये चीजें अपने घरों में स्वीकार करनी चाहिए?”
अंधभक्तों ज़ाहिलो जलेबी के बाद फैक्ट्री मे बनी बनाई सब्ज़िया दाले देखनी है तो बताना 🤣🤣 या गोबर खाने की ही क़स्म खा रखी है। pic.twitter.com/WqKmq8ULWP
— 🇮🇳 Avi Dandiya (@avidandiya) October 3, 2024
आम जनता में चिंता
Avi Dandiya के बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। कई लोगों ने इसे सेहत के लिए खतरे का संकेत माना और सरकार से इस पर कड़े कदम उठाने की मांग की है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि फैक्ट्री में तैयार खाद्य पदार्थ सुविधाजनक जरूर होते हैं, लेकिन इनके नियमित उपयोग से हमारी पारंपरिक भोजन संस्कृति पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों की राय
खाद्य विशेषज्ञों का मानना है कि इंडस्ट्रियल फूड्स का स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है, खासकर जब इसे पारंपरिक सब्जियों और दालों की जगह उपयोग किया जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि फैक्ट्री में बनी खाद्य वस्तुओं में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
इस विषय पर अभी तक किसी सरकारी प्रतिनिधि का बयान नहीं आया है। लेकिन इससे पहले भी मिलावट और इंडस्ट्रियलाइजेशन से जुड़े मामलों में सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। यह देखना होगा कि इस बार सरकार इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई करती है।
Avi Dandiya का बयान भारतीय खाद्य उद्योग के बदलते स्वरूप पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। जैसे-जैसे पारंपरिक भोजन के विकल्प के रूप में इंडस्ट्रियल फूड्स का प्रचलन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य पर इसके प्रभावों को लेकर चिंता बढ़ रही है। यह आवश्यक है कि सरकार इस पर ध्यान दे और जनता को स्वच्छ और पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए उचित कदम उठाए।
कौन है Avi Dandiya?
अवि डांडिया एक सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक टिप्पणीकार हैं जो सोशल मीडिया पर अपने बेबाक बयानों और सक्रियता के लिए जाने जाते हैं। वह विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं और अक्सर विवादास्पद विषयों पर अपने विचार साझा करते हैं। अवि डांडिया अपने आलोचनात्मक और कभी-कभी आक्रामक रुख के कारण विवादों में रहे हैं और उनके विचारों को लोगों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिलती है। उनकी सक्रियता ने उन्हें सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फॉलोअर दिलाए हैं, जहाँ वे भारतीय राजनीति और समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का प्रयास करते हैं।
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