सीबीआई ने एक बड़ी कारवाई की है और इस कारवाई के तहत सीबीआई के शिकंजे में अब ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर फंसे हैं. दरअसल, सीबीआई ने ईडी ने असिस्टेंट डायरेक्टर को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने खत्री समेत दो अधिकारियों के खिलाफ रिश्वत के आरोप में शिकायत दर्ज की थी जिसके बाद मामले की जाँच हुई और अब ईडी असिस्टेंट डायरेक्टर पवन खत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी हुए गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, सीबीआई कुछ समय पहले दिल्ली शराब नीति मामले में कारवाई कर रही थी और इस कारवाई के दौरान इस घोटाले में शामिल कई बड़ी हस्तियों के नाम सामने आए साथ ही दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया गया. वहीं इस दौरान ये मामला खूब चर्चा में रहा लेकिन कुछ समय बाद ये मामला ठंडा पड़ गए लेकिन एक बार फिर से दिल्ली शराब नीति का मामला ईडी असिस्टेंट डायरेक्टर पवन खत्री की वजह से चर्चा में आ गया है.
ईडी असिस्टेंट डायरेक्टर ने ली थी 5 करोड़ रुपये की रिश्वत
रिपोर्ट के अनुसार, ईडी असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर तैनात पवन खत्री पर आरोप लगा कि शराब नीति मामले में आरोपी व्यवसायी अमनदीप सिंह ढल्ल से 5 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी. जिसके बाद सीबीआई ने दो खत्री समेत दो अधिकारियों के खिलाफ रिश्वत लेने का केस दर्ज किया था और जाँच के बाद सीबीआई ने पवन खत्री को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मामले में एयर इंडिया के कर्मचारी दीपक सांगवान, व्यापारी अमनदीप सिंह ढल्ल, बीरेंद्र पाल सिंह, सीए प्रवीण कुमार वत्स, क्लेरिजेस होटल के सीईओ विक्रमादित्य सहित कुछ और अधिकारियों का नाम शामिल है.
कारवाई और गिरफ्तारी से बचाने के लिए दी गयी थी रिश्वत
पांच करोड़ रुपए की रिश्वत शराब नीति मामले में चल रही जांच के दौरान आरोपियों की मदद और अमनदीप ढल्ल को गिरफ्तारी से बचाने के लिए दी गयी थी. जिसके बाद दीपक सांगवान ने दिसंबर 2022 में ईडी के अधिकारी पवन खत्री से मुलाकात की थी, इस दौरान दीपक वत्स भी मौजद थे. रिश्वत की रकम को अलग-अलग किश्तों में दिया गया. वत्स ने बताया कि अमनदीप सिंह ढल्ल को कहा गया कि अगर वह दो करोड़ रुपए और देते हैं तो उन्हें आरोपियों की लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा लेकिन रिश्वत लेने के बाद भी अमनदीप ढल्ल को 1 मार्च 2023 में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था.
वहीं गिरफ्तार हो जाने के बाद पैसा वापस मांगे गये. वहीं जब मामला सामने आया तब ईडी ने इसकी जांच शुरू की और प्रवीण रवत्स के घर की तलाशी ली जहां से ईडी को 2.19 करोड़ नकद, 1.94 करोड़ रुपए के आभूषण मिले थे. जबकि बैंक खाते में 2.62 करोड़ रुपए की राशि मिली थी.
Also Read- कॉलर पकड़ा, गला दबाया…अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ता पर टूट पड़े लालू के लाल तेजप्रताप.