देश के अलग अलग राज्यों में अपराधियों के होने वाले एनकाउंटर अक्सर ही सवालों के घेरे में रहते हैं। खासतौर पर उत्तर प्रदेश में जब एनकाउंटर होते है, तो उस पर यूपी पुलिस और यूपी सरकार पर सवाल उठते हैं। यूपी में कई बड़े अपराधियों के एनकाउंटर किए गए हैं, जो विवादों में भी रहे।
एनकाउंटर को ठहराया जायज
अब एक राज्य के मुख्यमंत्री ने एक हैरान कर देने वाला बयान देते हुए एनकाउंटर पैटर्न को सही ठहराया है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर अपराधा पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश करता है, तो पुलिस उसका एनकाउंटर कर दें।
‘अपराधी भागने की कोशिश करें तो…’
ये बयान दिया है असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने। उन्होंने सोमवार को सभी पुलिस थानों के प्रभारी अधिकारियों (OC) के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई अपराधी अगर भागने की कोशिश करता है, पुलिस से हथियार छीनने की कोशिश करता है या फिर पुलिस पर गोलीबारी करता है तो उसके लिए एनकाउंटर पैटर्न अपनाया जाना चाहिए।
मीटिंग में सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि कुछ लोगों ने मुझसे कहा कि आज कल पुलिस के चंगुल से अपराधी भाग रहे हैं और एनकाउंटर की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। क्या ये एक पैटर्न बन गया है। तो मैंने कहा हां, अगर अपराधी भागने की कोशिश करें, तो ये पैटर्न होना चाहिए।
बैठक में सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि अगर कोई आरोपी सर्विस गन छीनकर भागने की कोशिश करें या पुलिस कस्टडी से भागता है और वो बलात्कार का आरोपी है, तो उसकी छाती पर गोली ना मारें। कानून के मुताबिक पैर पर गोली मारी जा सकती है।
असम में बढ़ रही एनकाउंटर की घटनाएं
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत बिस्बा का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब राज्य में एनकाउंटर के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई। मई के बाद करीब एक दर्जन संदिग्ध अपराधियों और उग्रवादियों के एनकाउंटर किए गए, क्योंकि वो कथित तौर पर हिरासत से ‘भागने का प्रयास’ कर रहे थे। जिसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है। वहीं बलात्कार के आरोपियों और पशु तस्करों समेत कई अन्य अपराधी मुठभेड़ में जख्मी भी हुए।