असम में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लगी है। प्रदेश में बीजेपी एक बार फिर से सरकार बनाने की कवायद में है। दो चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। तीसरे चरण का मतदान 6 मार्च को होने वाला है। इसी बीच असम सरकार के एक मंत्री ने दो मीडियाकर्मियों को कथित तौर पर गायब करने की धमकी दी है।
क्योंकि इन दो पत्रकारों ने मंत्री की पत्नी के विवादास्पद चुनावी भाषण की रिपोर्टिंग की थी। मामला सामने आने के बाद अब तूल पकड़ता दिख रहा है। कांग्रेस की मांग है कि धमकी देने वाले मंत्री की विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारी रद्द की जाए।
जानें क्या है मामला?
खबरों के मुताबिक उनमें से एक पत्रकार ने कथित तौर पर धमकी देने वाले असम के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पीयूष हजारिका (Piyush Hazarika) के खिलाफ मोरीगांव जिले के जोरीगोड थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
बताया जा रहा है कि असम के एक क्षेत्रीय चैनल ने एक ऑडियो क्लिप प्रसारित किया था, जिसमें मंत्री पीयूष हजारिका (Piyush Hazarika) को पत्रकार नजरुल इस्लाम से बातचीत करते सुना जा सकता है। ऑडियो क्लिप में मंत्री ने नजरुल इस्लाम और एक अन्य पत्रकार तुलसी को उनके घरों से घसीट कर बाहर निकालने और गायब करने की धमकी दी है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन
बता दें, सोशल मीडिया पर मंत्री की धमकी भरी ऑडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रही है। विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टियों को निशाने पर ले रही है। असम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलकर एक ज्ञापन दिया है और मंत्री की उम्मीदवारी रद्द करने एवं उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
गौरतलब है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। बीजेपी अपनी सहयोगी पार्टियों के साथ प्रदेश की सत्ता में वापसी के सुनहरे सपने देख रही है। ऐसे में सरकार में मंत्री के रुप में काम कर रहे पीयूष हजारिका का धमकी वाली ऑडियो क्लिप वायरल होना…बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकता है।