इस साल देश के तीन बड़े राज्य, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और असम में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। देश की सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल मे ममता बनर्जी को टक्कर देने की तैयारी में है तो वहीं, असम में बीजेपी के सामने सरकार बचाने की चुनौती है।
असम में हुए विधानसभा चुनाव 2016 में बीजेपी ने 15 सालों से राज्य में शासन कर रही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को करारी मात दी थी और सरकार बनाया था। इस बार बीजेपी के लिए चुनौती कुछ कम नहीं है।
खबरों के मुताबिक एनडीए गठबंधन में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जदयू असम चुनाव में 32 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है। जो आगामी चुनाव में बीजेपी के लिए किसी सरदर्द से कम नहीं होगा।
अपने दम पर असम में चुनाव लड़ेगी JDU
बताया जा रहा है कि राज्य की कार्यकारी समिति ने असम के 32 विधानसभा सीटों की पहचान की है, जहां पार्टी की अच्छी-खासी पकड़ है। जदयू के राष्टीय सचिव संजय वर्मा के अनुसार असम के क्षेत्रीय नेताओं ने इन 32 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। ऐसे में आने वाले कुछ ही दिनों में जदयू की ओर से इस बात की आधिकारिक पुष्टि हो सकती है। खबरों के मुताबिक असम में जदयू पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारियों में लगी है।
दरअसल, कुछ महीने पहले असम में जदयू के 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों की ओर से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई थी। जदयू के कुछ बड़े नेताओं ने भी इसे लेकर बीजेपी पर हमला बोला था और गठबंधन धर्म नहीं निभाने का आरोप लगाया था। ऐसे में असम विधानसभा चुनाव 2021 में जदयू के तेवर बीजेपी पर भारी पड़ सकते हैं।
बीजेपी की 60 सीटों पर हुई थी जीत
बता दें, 126 विधानसभा सीटों वाले असम में पिछले चुनाव में बीजेपी ने 60 सीटों पर जीत हासिल की थी और 14 सीटों पर जीत हासिल करने वाली असम गण परिषद के साथ मिलकर सरकार बनाया था। तब 15 सालों तक सत्ता में रहने वाल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को मात्र 26 सीटों पर जीत मिली थी। JDU पार्टी ने असम विधानसभा चुनाव 2016 में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के साथ चुनाव लड़ा था लेकिन तब जदयू को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। JDU को महज 0.7 फीसदी वोट मिले थे।