बीते दिनों जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर हादसे में अचानक हुई मौत ने हर किसी की हिलाकर रख दिया। उनके निधन के बाद से ही चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (CDS) का पद खाली हो गया था। अब एक बार फिर से पुरानी व्यवस्था लागू करते हुए आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का अध्यक्ष बना दिया गया है। दरअसल, CDS का पद आने से पहले चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी हुआ करती थी।
कमेटी तीनों सेनाओं में कॉर्डिनेशन का काम करती थी, जिसका हिस्सा तीनों सेना के प्रमुख शामिल होते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से जनरल नरवणे सबसे वरिष्ठ हैं, जिसके चलते ही उनको इस कमेटी के अध्यक्ष का पद सौंपा गया। चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी में तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं। CDS पद का गठन होने से पहले आम तौर पर होता ये था कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा जाता था। देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत ही थे। 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में भारतीय वायुसेना के Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसमें प्लेन में सवार सभी लोगों की मौत हो गई। इस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 12 जवान शामिल थे।
नरवणे के वरिष्ठ होने के चलते उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं इसके अलावा वायसेना प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी ने 30 सितंबर और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने 30 नवंबर को अपना अपना पद संभाला था। इस वजह से संभावनाएं थीं कि इन दोनों लोगों को पद के लिए प्राथमिकता नहीं दी गई। खबरें की मानें तो जब तक नए CDS की नियुक्ति नहीं होगी, तब तक यही व्यवस्था रहेगी। वैसे अगले साल अप्रैल में जनरल नरवणे सेना प्रमुख से रिटायर भी होने जा रहे हैं।