साल
2022 देश के लिए बहुत खास होने वाला है। क्योंकि इस साल आजादी के 75 साल पूरे
होंगे। इसको लेकर 12 मार्च 2021 से 15 अगस्त 2023 तक ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव‘ मनाने का ऐलान किया। आज अहमदाबाद के
साबरमती आश्रम से पीएम मोदी ने अमृत महोत्सव की शुरुआत। उन्होनें एक वेबसाइट लॉन्च
की। वहीं साथ में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह के 91 वर्ष भी पूरे हुए। इस सिलसिले में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दांडी यात्रा को भी हरी झंडी दिखाई। यात्रा में
शामिल 81 लोग 386 किमी की यात्रा कर 5 अप्रैल को दांडी पहुंचेंगे।
‘देश के नमक की कीमत को…‘
इस
दौरान प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कई बड़ी बाते कहीं। पीएम अपने संबोधन में ‘देश के नमक’ की कीमत पर भी बोले। उन्होनें कहा कि
हमारे यहां पर नमक को कभी भी कीमत से आंका नहीं गया। हमारे देश में नमक
का
मतलब है ईमानदारी, विश्वास और वफादारी। आज भी हम ये बात कहते हैं
कि हमने देश का नमक खाया है। ऐसा इस वजह से क्योंकि नमक हमारे यहां पर श्रम और
समानता का प्रतीक है। ये उस वक्त की भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक था। अंग्रेजों
ने भारत की आत्मनिर्भरता पर चोट की। गांधी जी ने देश के दर्द को समझा,
जन-जन
की नब्ज को पकड़ा और ये संग्राम देखते ही देखते हर भारतीय का संकल्प बन गया।
नेहरू, पटेल का भाषण में जिक्र
पीएम
मोदी ने अपने संबोधन में जवाहरलाल नेहरू का जिक्र करते हुए उनकी तारीफ की। वो बोले
कि 1857 का स्वतंत्रता संग्राम हो, गांधी जी का विदेश से लौटना,
लोकमान्य
का पूर्ण स्वराज्य, नेता जी का दिल्ली चलो इसे कोई नहीं भूल सकता।
हमारे ऐसे कितने ही सेनानी हैं, जिनको देश हर दिन कृतज्ञता व्यक्त करता
है। वो अंग्रेजों के सामने गर्जना करने वाली रानी लक्ष्मी बाई हो,
पंडित
नेहरू, सरदार
पटेल ऐसे अनगिनत जननायक आजादी के आंदोलन के पथ प्रदर्शक रहे।
अपने
संबोधन में पीएम ने पांच स्तम्भों का जिक्र किया। उन्होनें कहा कि 5 स्तम्भ आजादी
की लड़ाई के साथ साथ आजाद भारत के सपनों और कर्तव्यों को देश के सामने रखकर आगे
बढ़ने की प्रेरणा देंगे। जिसमें स्वतंत्रता संग्राम, 75 साल पर विचार, 75 साल पर उपलब्धियां, 75 पर एक्शन और 75 पर संकल्प शामिल हैं।
‘बिखरी कहानियां तलाशें और…’
पीएम
मोदी ने देश के युवाओं से एक खास अपील की। उन्होनें कहा कि हमारे युवा और स्कॉलर
स्वाधीनता सेनानियों के इतिहास लेखन के प्रयासों को पूरा करने की जिम्मेदारी
उठाएं। आजादी के आंदोलन के दौरान और उसके बाद जो हमारे समाज की उपलब्धियां रहीं,
उसकी
दुनिया के सामने और ज्यादा प्रखारता से लाएं। कला साहित्य,
फिल्म,
नाट्य
जगत और डिजिटल एंटेरटेनमेंट से जुड़े लोगों से मेरा आग्रह है कि वो हमारे अतीत में
बिखरी हुई अद्वितीय कहानियों को तलाशे और इनको जीवित करें।
‘भारत की वैक्सीन का लाभ दुनिया उठा रही’
पीएम
मोदी आगे बोले कि आज भारत की उपलब्धियों सिर्फ हमारी अपनी नहीं रही,
बल्कि
ये पूरी दुनिया को रोशनी दिखाने वाली हैं। पूरी मानवता की उम्मीद को जगाने वाली
है।
वो बोले कि भारत में बनाई वैक्सीन का लाभ आज पूरी दुनिया को मिल रहा है।