महाराष्ट्र में अमरावती हत्याकांड (Amravati Murder) ने एक बार फिर लोगों के दिलों को दहला दिया है। सूत्रों के अनुसार, अमरावती (Amravati) में 21 जून को एक 54 साल के उमेश कोल्हे नाम के केमिस्ट की गला काट कर हत्या कर दी गई थी। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने 23 जून को दो आरोपियों मुदस्सिर अहमद और शाहरुख पठान को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में चार अन्य लोगों की शामिल होने की बात सामने आई थी। जिनमें से अब्दुल तौफीक, शोएब खान और आतिब राशिद को बीते 25 जून को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन इस मामले का मुख्य आरोपी अहमद फिरोज अब तक फरार है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतक केमिस्ट मेडिकल स्टोर चलाता है। उसने नुपूर शर्मा के बयान का समर्थन किया था। इस केमिस्ट ने बकायदा नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट किया था। जिसके चलते इसकी हत्या कर दी गई। शुरूआती जांच में यही बात सामने आई है। बता दें , मंगलवार को उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों द्वारा कन्हैयालाल नाम के दर्जी की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी और बाद में दोनों मुस्लिम आरोपी ने एक वीडियो बना कर पोस्ट किया था, जिसमें दोनों ने कन्हैयालाल की जिम्मेदारी ली थी। अमरावती हत्याकांड (Amravati Murder) को उदयपुर वाली घटना से ही जोड़ा जा रहा है।
NIA की टीम अमरावती पहुंची
अमरावती (Amravati) हत्याकांड की जांच के लिए आज NIA की एक टीम अमरावती पहुंची है। पुलिस सूत्रों का कहना है की चारों आरोपियों ने बताया है की उन्होंने इस घटना को अंजाम एक शख्स के कहने पर दिया था। फिलहाल पुलिस उस मास्टर माइंड की तलाश कर रही है। वहीं एटीएस की टीम भी घटना के आतंकी पहलू को लेकर भी जांच में जुटी है। एटीएस अमरावती की घटना के उदयपुर कनेक्शन के तार तलाश रही है।
गर्दन पर पीछे से वार
उमेश कोल्हे महाराष्ट्र के अमरावती जिले में अमित मेडिकल नाम से एक मेडिकल स्टोर चलाते थे। सूत्रों के मुताबिक 54 वर्षीय कोल्हे 21 जून की रात को जब बेटे संकेत और बहू वैष्णवी के साथ अलग-अलग बाइक पर अपने घर जा रहे थे। तभी घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उनकी गर्दन पर पीछे से चाकू से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में वो बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। घटना के बाद उनके बेटे और बहू ने उन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचाया। हालांकि उनकी जान नहीं बचाई जा सकी, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे।
बता दें , उमेश कोल्हे हत्या के बाद आसपास के लोग भड़के हुए हैं। लॉ एंड ऑडर खराब ना हो इसलिए पुलिस इस मामले को ज्यादा बाहर नहीं आने दे रही है। पुलिस ने अमरावती हत्याकांड (Amravati Murder) को पहले दिन लूटपाट का मामला कह कर दबा दिया था।