पश्चिम बंगाल में आने वाले कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव का शुभारंभ होने वाला है। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के गढ़ में सेंधमारी के लिए बीजेपी पूरी कोशिशों में लगी है। तमाम केंद्रीय मंत्री, सांसद और नेता लगातार रैली और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। 2 दिनों के बंगाल दौरे पर गए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए टीएमसी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, टीएमसी की सरकार ने बंगाल को पाताल में ले जाने का काम किया है।
शाह ने किया ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाने का ऐलान
पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम (Jhadgram Seat) में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा (Amit Shah), चुनाव प्रचार के होने के पहले जरुर आऊंगा। बंगाल सरकार आदिवासियों के अधिकारियों में भ्रष्टाचार कर रही है। अमित शाह ने कहा, 10 साल में TMC की सरकार ने बंगाल को पाताल में ले जाने का काम किया है। हर जगह तुष्टिकरण, मारपीट और गुंडागर्दी ने बंगाल के विकास को तहस-नहस कर दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार की कई योजनाओं का हवाला देते हुए ममता सरकार को निशाने पर लिया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा 115 से ज्यादा योजनाएं मोदी सरकार ने पहुंचाई है, आप तक नहीं पहुंची है। इसका सबसे बड़ा रोड़ा टीएमसी की सरकार है, जो हमारे विकास के आड़े आ रही है। उन्होंने कहा, थोड़े ही दिन में घोषणा पत्र आने वाला है, पंडित रघुनाथ मुर्मू ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाएंगे। अमित शाह ने कहा, कबीलाई जातियों के लिए 10 करोड़ रुपये का फंड बनाया जाएगा, यह 100 करोड़ रुपये का होगा। इसमें सभी आदिवासी जातियों को जोड़ा जाएगा।
इस सीट पर है TMC का कब्जा
बता दें, पश्चिम बंगाल में झाड़ग्राम लोकसभा और विधानसभा सीट (Jhadgram Seat) दोनों ही है। लोकसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व बीजेपी के कुंवर हेम्ब्रम करते हैं। लेकिन अगर विधानसभा सीट की बात करें तो यह अभी भी तृणमूल कांग्रेस के खाते में है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2016 में इस सीट पर टीएमसी के सुकुमार हंसदा की जीत हुई थी।
उन्हें कुल 99,233 वोट मिले थे। उन्होंने जेकेपी के उम्मीदवार को 55 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। वहीं, बीजेपी उम्मीदवार को इस सीट से मात्र 18,843 वोट ही मिले थे। इस सीट पर पहले चरण में ही 27 मार्च को चुनाव होने वाले है। इस आदिवासी बहुल सीट पर टीएमसी, बीजेपी समेत अन्य क्षेत्रीय पार्टियों की नजरें टिकी हुई है।